Book Title: Tantra Adhikar
Author(s): Prarthanasagar
Publisher: Prarthanasagar Foundation

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Page 55
________________ तन्त्र अधिकार मंन्त्र,यन्त्र और तन्त्र मुनि प्रार्थना सागर स्थान पर लगाने से बिच्छू का विष उतर जाता है। ( 10 ) सत्यानाशी की जड़ बिच्छू के काटने पर पान में दे तो जहर उतरे। ( 11 ) हुलहुल की जड़ बिच्छू के काटे हुए आदमी को ७ बार सुंघाने मात्र से जहर उतर जायेगा। (12) बिच्छू पैदा करना- गधे का मूत्र व भैंसे का गोबर दोनों मिलाकर कपड़े से ढंक दें, इससे २४ घंटे में बिच्छू जन्म लेंगे। यह प्रयोग पहले शत्रु को परेशान करने हेतु किया जाता था। कृपया ऐसे प्रयोग न करें, क्योंकि इससे पाप का बंध होता है। (89) पागल कुत्ता काटने पर (1) जिस जगह पागल कुत्ता काटे उसी जगह पर लौह का डमा देवें तो जहर मिट जाता है। (2) गुड़, तेल, आक के दूध को मिलाकर कुत्ते के काटे स्थान पर लेप करने से विष का प्रभाव नष्ट होता है। कुकुट विषनाशं । (90) मच्छर, मक्खी आदि भगाने हेतु टोटका (1) मच्छर भगाना- बिस्तर पर लौंग का तेल छिड़कने से मच्छर भागते हैं। (2) मच्छर :- काले घोड़े की पूंछ के बाल लटकाने से मच्छर भाग जाते हैं। (3) कहवा का फूल, वायविडंग, कंटारी की जड़, चन्दन, राल, खस, कूट, भिलावा, लोबान इन सबको बराबर लेकर धूनी देने से मच्छर और खटमल भाग जाते हैं। (4) मकान के दरवाजे पर घोड़े के बाल लटकावें। अथवा भूसी, गूगल, गन्धक और बारहसिंगा के सींग की धूनी देने से मच्छर, डांस, खटमल सब भाग जाते हैं। (5) तक्रपिष्टेन तालेन लेपयेत्युत्रिकाकृसिम। तामाघ्राय गृघघांति मक्षिका नात्र संशयः॥ छाछ के साथ हरताल को पीसकर मिट्टी आदि की बनाई हुई एक पुतली में लेप करके घर में रख दें तो उसको सूंघ कर मक्खी घर से भाग जाती हैं और फिर नहीं आतीं इसमें संशय नही जानना। (6) भल्लाकविडगानि विश्वकं पुष्करं तथा। जम्बुलोमशकं हन्ति घूपस्तु गृहम ध्यतः ॥ अब मच्छरों के निवारण यत्न लिखते हैं कि बहेड़ा, बायबिड़ग, सोंठ, पोहकरमूल तथा जम्बू इन सबके चूर्ण की धूप देने से घर से मच्छर भाग जाते हैं। (7) घर में मक्खी न आएं- नरमिश की जड़ अकरकरा गन्धक लाएं और पानी में मिलाकर उसे घर में छिड़क दें तो मक्खियाँ कभी भी घर में नहीं आएंगी। 477

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