Book Title: Suyagadanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami,
Publisher: ZZZ Unknown
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अनेरोधनधा अथवामानमग्रमावाच्या पुसमामा संदर्द पोशी सम्पकप्रकारे पालना अभियफटिकनी जेनाधर न्पादिमत्र शनें निथिवि
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कमाचार पत्र पोसहोववाहिं अहायडियाहादिनबोकम्महि अय्याशावमाधिरतिनियामावणविहानगोविन नाका घणा वर मन में श्रमणोपासनोपर्यायपालै पालीने रोगादिकाबा अपनी अथवा अणकपना घनानपाला रमाणावह वासासनगवासायश्यिामपानतिजा आबादसिनममिवाअणुप्पन्नमिवानहानात्रा अगमलकरपयर घणालानपाली अणयले दें बेदाने आलोई पडिकमी समाधिप्राम काजमा काल प्रशासमारपरकाराबहननाऽप्रमादिनानासोश्यकतासमापिन्नाकालमासिका करा अनेराई देवलोकनेवि देवनापाऊपने नद्यथा मदहिक महापानि नाव मा सुरवत alकचा अन्तयारमुलिवालामुादवनाएनववतारोनबंति नेऊहामहिएमुमहातिएमुजावमहामारक | मेषथाकतुशव जावत् एपळानक मार्यबन जाब एकोनसमकमार्थ एनजेबीजाथानकमिश्रपषनम्वरूप एकहिएतले धर्मपद
यार मनमक्क मिश्रापहवाईका हिवई एजत्रिलथानाक्षेपईकरीम मुमताहबजावंगमवाण प्राणिजावगंतमाममोह तवसतास्मतासगरमविनाएवाहिए विशेपकढई
पाडियाहा बकरी आपणउ आमा मावणबहादसालवतयणवेश
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