Book Title: Suyagadanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami,
Publisher: ZZZ Unknown
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उदगम अपजई तेजीव उदक योनि यां
जीव उदकन स्नेह आहार
नेजीवच्या हारकरें | उदरसुं' उदगताएं विउ ति तिजीवति सिंग जोशियाएं जी बाएं उदगाएं सिहं माहारिनि तिजीवा' आहा थ्थवानांझरीर पोतानी काया अपराने उदक योनिया उदकनी खरी नाना दल
पोकरे दिल
जावव इमक जगवंत
रनो
शितिदविमरीरं जावसतं प्रदार बिय जीवा' उदगनोलियाएं उदमागं सरीरामा बन्ना मरेका य अथ अनेनुस्वान एलें जगमा एकेक उदक योनीया जाब कम्बश्पगत नित्रयाया उदकयो निदिषे कप कती थे करें कलं अलवाली | हावरं पुरस्कातं इहेगतिमा सत्ता 'नदग जोगिया जावकम्म निदाएं तच बुक मा उदगतो पिए सुनदर मुनम उसावर माछारी राधा जीव विहांऊ उदकजोनिया उदकनो शरीर आहार तेजी आहार करई पृथवीनासरी उदकपाली उदक पपई नाथ की यासाएवजी वातसी उदमजेो शियाणं उदगाणं सिह मा हारतिात जीवा प्रादारिति खुद विरीरंजा जाव पोतानी पुराने उदक जो नीया चमत्रांनो नारीर नाना व जावइमले थमने स्थानक करे कायास जगवतें नीचे करें जग वसंते अवरेवियांत सिंग नो शियाएं तस पारणाएं सारीरा नाणावन्नानाव मरका तंत्र हावरे १२ का ये दे मोहें एकेकम नानाविधजोर्निक जाव कम उदयकरी तिच्या नानाविध त्रययावर आलीयाना यरीदनें दिखें बुकमा नाम विहाणं नसघानरापारा सरीरेस नानाविध बसघावरप्रांतीयानो स्याहार
विज
तेजीव
सियासत्ता'नाविह जोशियांजा व कम्पनिया तिमि पेवेंद्र सचिन निकाय परों ऊपजई महिषादिक तियानि अपनतीध मोमा वित्तिमुवा अविचेसुवा अगणिकाय सारविन देति तिजीवानसि नाविदाएँ त सघावरा णं पाशा सिदमा नेंावसरसाग सीग माघमा तेजी वाहार करें स्थानीयरी जायपोता नी काया सूरी षोकरें विल हारिति तिजीवाच्या दारेंबुद विसरीरं जावसं
अपराने त्रसथावर जो नि
गानो शरीर नाना
वारविन सिंन सघावर जो किया आगीसरीरांनाण
श्याजी जजप जै
ऐं उतारना तथा था. वर उत्पलादिकने विषे ऊपजे २

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