Book Title: Suyagadanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 134
________________ लीनीनचलीतधादिकानि सेवपीरवीण्तयापुकारनातेसंकृण्वस्थ जीएमर्थसमर्थनीयारीपति माण्यवाससेण्हांचा संगमाहारपारिएकरचामांमिनेसारिमुकम्प नीतिनारेनिग्रंथ सेण्जीवन जापागारे वाजाप्तावातातणेतहप्पगाराकसंचलिताणतणसमसजीव जेम्पदिजोनीत संपन्याहार सेप तहान जेवणमाक्विा संपतदसंमानसेवीहानस चनादिच नवजप पाणीकरिती सजावजे लेकण्कलये हारपाणीकरि सोपजीवोक्ने डीणोना रणेनीकप्पंतिसंचूजितए सेजेसजीव जेआरेणकप्पंसिंजितए सेजेसेजी जेपर नोकप्पति कल्पसंपतसंन्माक्षारपाए। इधर करीमतहनीतिनभावना संजजितएसेजेसेजी जेआरएकप्पति संधितएसेजेतजीवजेश्मालगोकप्पति संजूलितएका पुण्पहिलीमपकमसमाप्राक पविदिचडान्मय कमवतमानमासण्समा चानकपीजीवनीमा विचाजई मसमगई हितएतावतातेमालवैमारि नकल्पसपश्रमणनिगं रमसमोआरेसमणे दापिअसमणेस स्समणसहि नोकप्पंति समणी यतसचनीसंगमा नूदिसदोसपतेएण्एपरमाणजानिण्यदीनिथ तिप्माएपरिजवानगवंतगी दारयाएारिदीएकमम सेम aasसावन दिपिएमसीजमापजाणावी तमनग्नपुतेचोल्याइमका तिरिंचसशाचर तिवारेजइसापरेनिथनी सासवि नगाथाएं संतजिए सेएमायागाणियान सेएवमायाणियजगद्वाऊसंतेगसिया दिसण्जगमादिएकेक हप्तेदन वुण्च्तविशेषपुष गोपनहीरवानिवण्यम्ह इंडाईनमापदस्नग सण्त्रमणीपासक्नजावै एण्यव्हतो पूर्वतत्तलाचे संण्समर्थनष्ठीमुण्मुमनऊ वासथकोअण्मण समएवासगानाaaसिवणएवंवतजतिनीषलुथ्यवाएमोजिदिक्षा आगाराअागारि गारपिएपषमादगनसकेग्नशमन मानसीपुण्तथापूनम पीकविशिरवीमासानापूर्णएतलैदिवसैपुण्पठिवू अर्मचातुईसीमनमश्चमानपत्रमा नैदिनैत्तयामाहाकल्पालापीपीमवरकुंससम्पकपकस्मिन्पानताएका विविवरसंचम ये पवश्तरदयंत्रणवानसमुदिलमासिणीमु पनि पीसदंसम्म अफंपालेमाणादिरिमामी याचरजीवरमन "हाये भगवायालयदे जग

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