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गडागजी हा संसारधारमिम शोर पारे घर जोयं दिजातिले सुनेने माणे एसमा दिनूता
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प्रतिभा से पूर्णमा०तिकु समातियोो नू० सहत ऊताः॥
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मागमजीर वेतेने दिलसे थी ते निष्णामाने वपेते आपसे आजीरका कायको बेले पण या सादोपे उपनो र परि मरतोकीएको पञ नैकजीव हत्येः॥
दिजोए-चरणीच्या उदात्मंतंत्र समेमनाएब अहान नदि परियासमेवार
सेवशेषच्यने राजानी याने ०० अर्थतरून मासे कर
सब्बरसव्रसद् बालापमुपकरी म वसिएन्एके माहाकायाहस्ती मा० श्री विएसीनेश
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सदरेला दियए गमेगं वाले मारे उमहाग यंत्र से साण जी वालद