Book Title: Suyagadanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami,
Publisher: ZZZ Unknown
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सूखाग
शेषथीनिति जननीत रोएईमण्कदै सेफ्तेषणको जंजिएंकरीस ए०एकपा हिनेरुडीपचयां तुम्हवामपन जीनवनधी पयर्थि साधनेतथाना एतिवातनी गई श्वासने
कन दण्दफनवांम मिश्रियस्स जनवाअनेश एवंदविणे सेथेपरियाए जसेसमोवासंगरस एगपाणाएदि| वाशीअम्प सेण्तु मारोकतोएगोण्नहीणोन्यायमा नाघसिनगीतिनदृष्टांतदेवाडिननगवतश्रा विगनेवाले निथीदिवेगोतमनशावरपयर्थिपञ्जता गीतमस्वाभीमापोहतपिणताजिवानगीण दजाएग्चाः थावरनेविएणसीन्तनांगनधीपदवाअर्थ मनर
अनेराइरिज़वरमाकरीबीले कोश्यकता निरिकी अयंनिभदसेगीणनएमतिनगश्वनिदाजनिसंहावेवसाया'कमला तहनीसा निथप्तैकदेवैआण्मदौमानवावंतनिनिगथएजे नुपएव्हतानण्डवैतेण्ण्मान निष्एनिगथ् प्रागनिकहा स्पेतेक्वनतुम्हामनमानेमकिंवानमनि एनएचईसीवतविशेषण्वोलि तिवावय तेकबुतुमेसानलोइइएप्लगमाहिरपनिमम बोलैपुण्रवेनाकिसोने निश्वसामानसतोनिया इरजुसंगतिया नफसानवति तसिंदगएचंवतंछनईजेश जएण्एमुम्नग्थानमा अग्रण पण्पुर एणएहनेंविखेमामरानाअंतल नेण्जे०एमागण्य
दस्तावासला गारसा रतित गंमददंगलांमएतावताएदपद हस्तानासमांदि No मीन
व जन नितनेंविणासोनहात्तथा मनश्तिामागायनमगगारिवंपरश्ता एसिणं आमरणंताएदनिरिकते जेमयागारमास सीएण्इमण्तेहकपरि दंगमहणिोणगोपनदीनिनि सश्रमण जाण्जाल चच्चारसंव्या प्रायमरानातलगे ग्रीनहाजेहलोत्तदवीवृत्तवि प्वज्प गेवाण्वत चळवच
तिवारेंककपकपाती 2. सरत तिएतसिमामरणोताए गोलिवितार कविसमा जादासाचनपंचमार

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