Book Title: Suyagadanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami,
Publisher: ZZZ Unknown
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________________ सगडा 149 तन्तेलकण्वपचा सन्यातीपघामालानपणकरेन०मा 17 गतेमासानपीनाथका नोलिपानीपपापरजे करीब •दीन सअथरावीयाण्यावतीसस्तिएर विक्षिपण्णोजीम महकनेवायश्लेषा म वीमासकरेएफटोकरीनेजे तापाताभकरे उनलनदीमकनी करतेस?" पएटो बनिता सविपलायंगरविमिसंतंजमाणाविसंतपतं सप्पामोदय राणेश्व क्वनप्रेमानकदेमण्नम अण्ते अनाचारी अकानीरवरतप्क, 30 जेनस्सारलताना से निचलतान्तपना नायपिए यकीएकचोक्न्त्रकऐदिन नए मासजी तस्व पापमजातेय मापसे विपाका . तथाषका राजा 38 बमारूअणजधमा अपरियावालरसेस गिधा 30 जेयादिजेतितरप्पगार सेवंतितपापम पिजकसहितएपएकवीममनोकानकरेजान मोवार समबाजीयानजी३एके दायाने पिक एका जिकिवकनावापश्चनही०सोनबुण्ोलोजतनने०मिथ्या 2 रयानवानश्यामाता धीरीजगन्तीनीहादेमीसदिकनोरहवाकिमसेम्तेमनदक जीववाय नारीकरण वाश्मनेरीक्षणसषआयारसाक्षानेपरिवाशाजा माIRDAण्यं ऊसलाकरवायाpिसाबध्यानशिबा३पससिजीवपक्ष्याया | सावरमारे नादिक्तेनहोस तपनेमारस्पषध हावीरताशिवसही जैसाफदेवानलीकाकै रूदी नातोलीयानीन जोगीपरिपपरिहस्ताऊताने कीसंग्मंगाजा कारणलरखना जपमारपणनेपरिवरजेसोमा मनिहासातीसाकायर।। नाचमन दस्तामात मजीवयानफनोनझाचारजोजीमाकनेर मायानुशननिउण्ड पास्वरनायपत्रीम जामाहा जमताताम्मलेप्सन सावजसपरिवजयता तस्साकिणीशसिएएयपुमादिनपरिक्जति धयोनिसंकाप

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