Book Title: Sulabh Dhatu Rup Kosh Part 01 02 03
Author(s): Krushnaji B Virkar, Kulchandravijay
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust
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५२
२०१ बच् ( also for ) 2 P. & !
A. to speak ( बोलणें )
Parasm.
ऊचिन
वाच उवच ऊचित्र
वविध
ऊत्रथुः
उवक्थ
वाच. ऊचनुः
कचे
कचित्रे
खने
वन-वन
ऊविहे
ऊब थे
ऊबाते
Atm.
२०२ वद् 1 I to speak ( बोलणें )
वाद-उवद ऊदिव
ऊदिम
वदथ ऊधुः
ऊद
वाद
ऊदतुः
ऊदुः
२०३ बन् 1 P. to sound
( आवाज करणें )
निव
ववानथ
ववनथुः
ववान ववनतुः
वनिम
ववन
ववनुः
8 A. to beg ( याचना करणें )
वाप - उप ऊपिव
Taपथ
उवप्थ
उपाव
उपाप
सुलभधातुरूपकोशः
करने ववनिवह वन
यवनिये
वनाथे
वत्रनिध्ये
वदने
चवनाते ववनिरे
~
ऊत्र
२०४ व 1P & A to
shear (कारण)
l'arasm.
ऊचुः
ऊपथुः
ऊचिमहे
ऊचिध्वे
ऊचिरे
ऊपतुः
ऊपिम
ऊप
ऊषुः
ऊपे
ऊपिषे
ऊपे
उत्रश)
२०७ व
उवास
२०५ म् 1 P. to vomit ( ओकणं ).
ववाम-वत्रम वत्र मित्र
aaभिम
aaमिथ वत्रमथुः
वत्रम
ववाम वत्रमतुः
वत्रमुः
२०६ वशू 2 P. to wish (इच्छिणे )
उवाश
ऊशित्र
ऊशिम
उवसिथ
ऊपिवहे
ऊपाथे
ऊपति
उवशिथ
ऊराथुः
ऊश
उक्ाश ऊशतुः ऊशुः
उनस
Atm.
उवास
उवस्थ)
ववसे
ववसिपे
ववसे
पिमहे
ऊप
ऊपर
1 P. to dwell ( राहणें ).
(ऊविव ऊपिम
(ऊपथुः
ऊचतुः
ऊषुः
2 A. to dress, to put on
( कपडे घालणें )
वसिहे
वनसाथे
ववसाते
ऊप
ववसिमहे
वत्रसिध्वे
ववसिरे
२०८ बहू 1 U. to carry, to blow, flow (वाहणें, नेणें )
Parasm.
उवाह - उवह
ऊहि ऊहिम.
उवहिथ उवोढ ऊहथुः कह
उवाह
ऊहतुः
ऊहुः
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