Book Title: Sulabh Dhatu Rup Kosh Part 01 02 03
Author(s): Krushnaji B Virkar, Kulchandravijay
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust
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Roots with Important Forms
१०७
| Bene- | Desidera-| Aorist
Perfect | dictivel tive |
Future | 3rd sing. 3rd per. 3rd per. Participle Participle Act. Pass.
sing. sing.
Causal
Pres. 3rd per. sing.
अक्लिन्दीत् अक्लि- क्लिन्द्यात् चिक्लिन्दिष- चिक्लिन्द्वस, क्लिन्दिष्यत्, क्लिन्दअक्लिन्दिष्ट ‘न्दि क्लिन्दिषीष्ट ति-ते | चिक्लिन्दान क्लिन्दिष्यमाण यति-ते. अग्लक्षीत् , अक्लेशि क्लिश्यात् चिक्लिशिपति, चिग्लिस्वस् । क्लेशिष्यत्, क्लेशयति-तेः अनिक्षत् चिक्लेशिपति,
क्लेश्यत् चिफ्लिक्षति अग्लेशिष्ट , क्लेशिषीष्ट चिक्लिशिपते, चिक्लिशान क्लेशिष्यमाण
चिक्लेशिपते अक्कथीत् अक्काथि क्वथ्यात् चिक्कथिषति चक्कथ्वस् | कथिष्यत्वाथयति-ते. अक्षणीत् अक्षाणि क्षण्यात् , चिक्षणि- चक्षण्वस, क्षणिष्यत् , क्षाणयति-ते. अक्षणिष्ट, क्षणिपोष्ट । पति-ते चक्षणान क्षणिष्यमाण अक्षत अक्षमत् अक्षमि क्षम्यात् . चिक्षमिषति, चक्षण्वस् क्षमिष्यत् , क्षमयति-ते चिक्षसति
क्षस्यत् अक्षमिष्ट, अक्षमि क्षमिषीद, चिक्षमिषते, चक्षमाण क्षमिष्यमाण, क्षमयति-ते अक्षस्त क्षसीष्ट चिक्षसते
क्षस्यमान अचिक्ष- अक्षालि क्षाल्यात्, चिक्षालयि- क्षालयांचकृवसु, क्षालयिष्यत् , क्षालयति-ते लन्- त क्षालयिषीष्ट पति-ते चक्राण क्षालयिष्यमाण अक्षेपीत् अक्षायि क्षीयात् चिक्षीषति चिक्षिवस् क्षेष्यत् क्षाययति-ते. अक्षप्सीत् ,अक्षेपि| क्षिप्यात्, चिक्षिप्सति-ते चिक्षिप्वस् , क्षेप्स्य त्, क्षेपयति-तेः . अक्षिप्त क्षिप्सीष्ट
चिक्षिपाण
क्षेप्यमान अक्षुदत, अक्षोदि क्षुद्यात्, चुक्षुत्सति-ते चुक्षुद्धस्, क्षोत्स्यत्, क्षोदयति-ते अक्षौत्सीत्, क्षत्सीष्ट
चुक्षुदान क्षोत्स्यमान । अनुषत् अक्षौधि क्षुध्यात् चुक्षुत्सति चुक्षुध्वस् ,
क्षोधयति-ते
चुक्षुधान अनुमत् अक्षोभि क्षुभ्यात् चुक्षुभिषति, चुक्षुभ्वस् क्षोभिष्यमाण क्षोभयति-ते
चुक्षोभिषति
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