Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 02
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan

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Page 55
________________ हंसि हन्ति हथ: हतः घ्नते अहनम् अहन् अहन्व अहतम् अहताम् अहन् हनै हनानि जहि हन्तु हनाव हतम् हताम् हथ | हसे घ्नाथे हध्ये घ्नन्ति / हते जाते હસ્તન ભૂતકાળ अहन्म / अनि अहन्वहि अहन्महि अहत अहथा: अघ्नाथाम् अहध्वम् अनन् / अहत अघ्नाताम् अघ्नत આજ્ઞાર્થ हनाम हनावहै हनामहै हत हस्व घ्नाथाम् हध्वम् घ्नन्तु हताम् घ्नाताम् घ्नताम् વિધ્યર્થ हन्याम घ्नीय घ्नीवहि घ्नीमहि हन्यात घ्नीथाः घ्नीयाथाम् जीध्वम् हन्यु: नीत नीयाताम् जीरन् ह्न - मा. Baj, सूई रहे હસ્તન ભૂતકાળ अॅमहे | अनुवि अनुवहि अनुमहि सुolu ied Iतु अपापली ID- REA हन्याम् हन्या : हन्यात् हन्याव हन्यातम् याताम् વર્તમાનકાળ ह्नवहे नुवे 4 44

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