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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग - २
१५. श्री भुलेश्वर लाल बाग तीर्थ
लालबाग - भुलेश्वर जैन मंदिरजी
मूलनायक श्री महावीर स्वामी
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मूलनायक श्री महावीर स्वामी अंदर दूसरा मंदिर मूलनायक श्री चिंतामणि पार्श्वनाथजी
२१२, पांजरापोल कम्पाउन्ड में यह मंदिर है। महावीर स्वामी मंदिरजी की प्रतिष्ठा सं. १९९५ माह सुदी १३ को सिद्धांत महोदधि पू. आ. श्री विजयप्रेमसूरीश्वरजी म. के द्वारा हुई है। यह प्रतिमाजी गांभु तीर्थ में से लाई हुई है। इस प्रतिमाजी की हथेली में से गांभुमें रोज चांदी का एक सिक्का निकलता था ऐसा कहा जाता है।
श्री चिंतामणि पार्श्वनाथजी की चल प्रतिष्ठा १२५ वर्ष पहले हुई है।
मंदिरजी में रोज बहुत भीड़ होती है। उतना ही लाभ लिया जाता है। मुंबई में पूजा करने की दृष्टि से इस मंदिर का रिकार्ड है। और आराधना की दृष्टि से भी पहला नंबर गिना जाता है।
मूलनायक श्री चिंतामणि पार्श्वनाथजी
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