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तामिलनाडु विभाग NEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE
चुलई सुलेह जैन मंदिरजी-मदास चुलई सुलेह मूलनायक श्री चंद्रप्रभ स्वामी
मद्रास शहर का विकास हुआ उसके पहले यह प्रथम मंदिर था। प्राचीन घर मंदिर था उसको पुराना मद्रास कहते हैं। अभी शिखरबंधी भव्य मंदिर बना है। उसकी प्रतिष्ठा वि. सं. १९५२ जेठ सुदी १० को हुई है। मु. चुलई मद्रास ६००११२
मूलनायक श्री चंद्रप्रभुजी - चुलई सुलेह
श्री सुमतिनाथजी
दादाबाड़ी जैन मंदिरजी- मदास मदास-दादावाड़ी मूलनायक श्री सुमतिनाथजी
यहां घर मंदिर था। मूलनायक श्री सुमतिनाथजी १००० वर्ष प्राचीन कहलाते हैं नया मंदिर विशाल और भव्य है। शिखर रंगमंडप विशाल है वि. सं. २०४१ माह सुदी ३ को प्रतिष्ठा हुई है। श्रीगुरु मंदिर में श्री जिनकुशल सू. म. की मूर्ति है। कांच के कमरे में चरण हैं। १२० वर्ष पहले बना है। मद्रास से १२ कि.मी. है।
मूलनायक श्री सुमतिनाथजी- दादावाड़ी: