Book Title: Shwetambar Jain Tirth Darshan Part 02
Author(s): Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 304
________________ रचनाओ (७६७ QUOCOCCO स्थुलिभद्र मुनि ने कोशा वेश्या के वहां चातुर्मास करके उसका उद्धार किया और उसको सम्यक्त्व के साथ १२ व्रतधारी श्राविका बनाई। 5286288888888888888888888888888888888888888888888888 388888888888888888888888888888888888888888888888888886288, मेघरथ राजा (शांतिनाथ भ. के पूर्व १० वें भव का जीव) देव परीक्षा में कबूतर को प्राण दान देते हैं। 98888888888888888888888888888888888

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