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आंध्र प्रदेश सा
參參參參參爱參參參參參參參參參參參參參參 । ९. श्री हींकार तीर्थ
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हीकार जैन मंदिरजी
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मूलनायक श्री कल्पतरु चिंतामणि पार्श्वनाथजी हीँकार की सुंदर रचना से शोभित विशाल सिंहासन है। तीर्थ स्थापना २०४० वैशाख सुदी ६ को हुई है। प्रभु प्रवेश सं. २०४२ माहवदी १ को हुआ है । पू. आ. श्री विजयरत्नशेखर सूरीश्वरजी म. (वागडवाले) के शिष्य पू. १. श्री भद्रानंदविजयजी म. के उपदेश से यह तीर्थ बना है।
प्रतिमाजी प्राचीन जमीन में से निकली है। तीन शिखरवाला मूलनायक श्री कल्पतरू चिंतामणि पार्श्वनाथजी मंदिर बन रहा है। १२५ फुट ऊंचा मंदिर है। फाल्गुन सुदी
१० को मेला लगता है। विजयवाडे से २० कि.मी. होता है।
हीकार तीर्थ ट्रस्ट नागार्जुननगर जि. विजयवाडा। पिन ५२२ * ५१० स्टेशन विजयवाडा।"
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