Book Title: Shrutsagar Ank 2003 09 011 Author(s): Manoj Jain, Balaji Ganorkar Publisher: Shree Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba View full book textPage 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रुत सागर, भाद्रपद २०५९ १.३ वैदिक कृति वाली प्रते. १.४ शेष धर्मों की कृति वाली प्रतें. इनमें प्रथम हस्तप्रत आधारित इस सूची में सूचनाएँ दो स्तरों पर दी गई हैं. प्रत माहिती स्तर : इस स्तर पर प्रत संबंधी उपलब्ध सूचनाएँ उपयोगिता एवं सूची पुस्तक के कद की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए विविध अनुच्छेदों में शक्य महत्तम विस्तार से दी गई हैं. कृति माहिती स्तर : इस द्वितीय स्तर पर प्रत में रही कृतियों का निर्णय करने हेतु आवश्यक लघुतम सूचना ही दी गई है. पुस्तक के कद को मर्यादित रखने के लिए भी यह आवश्यक था. कृति की शक्यतम विस्तृत माहिती तो द्वितीय कृति विभाग वाली सूची में दिए जाने का आयोजन है. १.५ हस्तप्रत विभाग के परिशिष्ट : इस वर्ग में हस्तप्रत विभागीय विविध परिशिष्टों का समावेश किया जाएगा. १.५.१ प्रत, पेटांक व कृति लेखनगत विशिष्ट प्रतिलेखन पष्पिकाओं का संग्रह. (देखें - प्रतिलेखन पुष्पिका परिचय) १.५.२ प्रतिलेखन वर्ष से प्रत क्रमांक : प्रत में उपलब्ध प्रतिलेखन वर्ष को वीरसंवत में बदलकर वर्ष के अनुक्रम से प्रत की माहिती इस सूची में दी जाएगी. विक्रम, शक, ईस्वी आदि अन्य वर्ष प्राप्त करने के लिए जरूरी वर्ष घटाने होंगे. प्रचलित संवतों में वीर संवत सब से प्राचीन होने से इसके आधार पर सभी तरह की सूचनाएँ एक ही अनुक्रम में आसानी से दी जा सकेगी. १.५.३ प्रतिलेखन स्थल से प्रत क्रमांक : हस्तप्रत जिस स्थल (नगर-गाँव) में लिखी गई हो वह नाम उपनाम, राज्य आदि अन्य आनुषंगिक उपलब्ध सूचनाओं के साथ यहाँ अकारादि क्रम से आएगा व प्रत्येक नाम के साथ उस नगर में लिखी गई प्रतों के क्रमांक व उपलब्ध प्रतिलेखन संवत - इतनी सूचनाएँ प्रतिलेखन संवत के अनुक्रम से आएगी. इससे विद्वानों को ऐतिहासिक अध्ययन हेतु सुगमता रहेगी. १.५.४ विद्वान/व्यक्ति (प्रतिलेखक आदि) नाम से प्रत माहिती : इस सूची में प्रत, पेटांक व कृति स्तर पर रही प्रतिलेखन पुष्पिकाओं में उल्लिखित हस्तप्रत को लिखने, लिखवानेवाले, पठनार्थ आदि विद्वान/व्यक्तियों का नाम अकारादि क्रम से आएगा. यह सची द्विस्तरीय होगी. (१) विद्वान/व्यक्ति माहिती स्तर (२) प्रत माहिती स्तर. विद्वान/व्यक्ति माहिती स्तर पर विद्वान/व्यक्ति संबंधी आवश्यक लघुत्तम सूचना होगी एवं प्रत माहिती स्तर पर प्रतिलेखन वर्षानुक्रम से विद्वान व्यक्ति की प्रतिलेखक पठनार्थ आदि भूमिका, प्रतक्रमांक, (पेटांक, कृतिक्रमांक]. प्रतिलेखनवर्ष - ये सूचनाएँ आएगी. इससे विद्वान/ व्यक्ति के जीवन-कवन का अध्ययन करने में सुगमता रहेगी. २. कृति विभाग इस विभाग के तहत कृति को केन्द्र में रखकर उससे संबद्ध अनेकविध सूचनाएँ निम्नोक्त प्रकार से आएगी. २.१ कृति पर से प्रत माहिती : इस सूची में 'कृति परिवार वृक्ष' शैली से कृति की शक्य महत्तम विस्तार For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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