Book Title: Shatkhandagama Pustak 02 Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati View full book textPage 6
________________ विषय सूची विषय पृष्ट नं. ! विषय पृष्ठ नं. पाक कथन १-३ ५ बारहवें श्रुतांग दृष्टिवादका . प्रस्तावना परिचय ४१-६८ ग्रंथकी प्रस्तावना (अंग्रेजी में) I-VI १परिकर्म १ ताड़पत्रीय प्रतिके लेखनकालका २ सूत्र निर्णय १-१४ ३ पूर्वगत १ सत्प्ररूपणाके अन्तकी प्रशस्ति १ ४ प्रथमानुयोग २ धवलाके अन्तकी प्रशस्ति ५ चूलिका २ सत्प्ररूपणा विभाग महाकम्मपयडिपाहुड ३ वर्गणाखंड विचार कसायपाहुड १ वेयणकसिण पाहुड और वेदनाखंड १६ ६ ग्रंथका विषय २ वर्गणा नामपर खंडसंज्ञा १७ ७ रचना और भाषाशैली ३ वेदनाखंडके आदिका विपय-सूची __ मंगलाचरण १९ १ सत्प्ररूपणा-आलापसूची ७२ ४ वेदनाखंड समाप्तिकी पुष्पिका २१ २ आलापगत विशेष-विषयसूची ८२ ५ इन्द्रनन्दिकी प्रामाणिकता २२ ६ मूडविद्रीसे प्रतिलिपि शुद्धिपत्र _करनेवालेकी प्रामाणिकता २३ सत्प्ररूपणा २ ७ वेदनाखंडके आदि अवतर मूल, अनुवाद और संदृष्टियां ४११-८५५ णोंका ठीक अर्थ २५ १ वेदना और वर्गणाखंडोंकी परिशिष्ट सीमाओंका निर्णय ३० १ पारिभाषिक शब्दसूची २ वर्गणा निर्णय २ अवतरण गाथासूची ४ णमोकार मंत्रके आदिकर्ता ३३-४१ ३ प्रतियोंके पाठभेद १धवलाकारका मत ४ प्रतियोंमें छूटे हुए पाठ २ श्वेताम्बर मान्यता विचार ३५ ५ विशेष टिप्पण ३१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 568