Book Title: Shaddravya Vichar Part 2
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 5
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir व्यवसायी मनुष्यो वाचन, मनन करी शकता नथी. तेओने आ लघु ग्रन्थ वडे 'षड्द्रव्य' नो अभ्यास थाय ते माटे सास्त्रविशारद गुरुवर्य श्रीमद् बुद्धिसागरजीसूरीश्वरे सं. १९५८ नी सालमां पादरा गामे आ ग्रन्थ रच्यो हतो अने तेने वकील मोहनलाल हेमचंदे पोते प्रगट को हतो. आ ग्रन्थनी प्रथम आवृत्ति खलास थवाथी अने अभ्यासीओने ते उपयोगी होवाथी फरीथी वकील मोहनलाल हेमचंदनी द्रव्य साहाय्यथी मंडळने ग्रन्थमाळाना ३५ मा ग्रन्थ तरीके प्रगट करवानो शुभ प्रसंग मल्यो छे. प्रथम आवृति करतां केटलेक स्थळे श्रीमदे स्वहस्ते सुधारो वधारो कर्यो छे अने तेमां पण खास करी समकितनुं स्वरुप विशेष प्रकारे आलेख्युं छे. www.kobatirth.org For Private And Personal Use Only

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