Book Title: Shaddravya Vichar Part 2 Author(s): Buddhisagar Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal View full book textPage 4
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निवेदन. जिनेश्वर कथित शास्त्रोनो पार पामर जीवो पामी शके तेम नथी तेमां पण (१) गणितानुयोग (२) चरणकरणानुयोग (३) कथानुं योग अने (४) द्रव्यानुं योग ए चारे विभागमा द्रव्यानुयोगनो सर्वथा प्रकारे पार तो कोइक ज्ञानी विरला पामी शके छे. आ विषयमा उंडा उतरवु अने आत्माने आत्मस्वरुपे अवलोकी, कैवल्य ज्ञान प्रगटावq ए घणुंज विकट कार्य छे. तेमां पण वर्तमान समये तथा पकारना ज्ञाननी रुचि थवी एतो महा पुण्यवंतनुं लक्षण जाणवू. द्रव्यानुयोगना अनेक ग्रन्थो छे ते सर्व www.kobatirth.org For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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