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'शब्दमाला . २०५ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ पुर न. १००३ वेश्याओने रहेवानुं स्थान
पुरा अ. १५३५ पूर्वे, पहेला 'पुर' पुं ११४२ गूगनुं झाड पुराण न. २५२ सर्गादि पुरःसर पुं ४९८ अग्रेसर, नायक
पांच लक्षणवाळु काव्य (पुरकेतु) पुं ११ (प.) शिव । पुराण न. २५३ १४ विद्यापैकी १४मी विद्या (पुरघातिन्) पुं १० (प.) शिव पुराण न. १४४९ पुरातन, जूनुं (पुरजयिन्) पुं ११ (प.) शिव पुराणग पुं २१२ ब्रह्मा (पुरजित्) पुं ११ (प.) शिव पुराणपुरुष पुं २१४ विष्णु, कृष्ण (पुरतस्) अ. १५२९ आगळ
पुराणान्त पुं १८५ (शे. ३७) यमराजा (पुरदमन) पुं ११ (प.) शिव
पुरातन न. १४४८ पुरातन, जूनुं (पुरदर्पच्छिद् ) ११ (प.) शिव पुराध्यक्ष पुं ७२६ (शे. १४२) कोटवाळ, (पुरदारिन्) पुं ११ (प.) शिव
. नगरनो अधिकारी (पुरद्रुह्) पुं १० (प.) शिव । (पुरान्तक) पुं. ११ (प.) शिव (पुरद्धेषिन्) पुं १० (प.) शिव (पुरान्तकारिन्) पुं ११ (प.) शिव (पुरध्वंसिन्) पुं १० (प.) शिव (पुरारि) पुं १० (प.) शिव (पुरनिहन्त) पुं ११ (प.) शिव . पुरावृत्त न. २५९ इतिहास, पूर्व- चरित्र पुरन्दर पुं १७१ इन्द्र
पुरासुहृद् पुं २०० शंकर, महादेव पुरन्ध्री स्त्री ५१३ पुत्र, नोकर वगेरे (पुरि) त्रि. ९७१ नगर
. : कुटुंबवाळी स्त्री पुरी त्रि. १७१ नगरी (पुरभिद्) पुं १० (प.) शिव
पुरीतत् न. ६०५ आंतरडुं (पुरमथन) पुं ११ (प.) शिव पुरीष न. ६३४ विष्टा, मळ पुरला स्त्री २०५ (शि. २९) पार्वती पुरु न. १४२६ बहु, घj (पुरशासन) पुं १० (प.) शिव पुरुष पुं ३३७ मनुष्य . पुरस् अ. १५२९ आगळ
पुरुष पुं १३६६ आत्मा, जीव पुरसूदन पुं ११ (प.) शिव
पुरुष पुं २१३ (शे. ६४) ब्रह्मा पुरस्तात् अ. १५२९ आगळ .. पुरुष पुं २१९ (शे. ६९) विष्णु, कृष्ण 'पुरह' न. १४२६ घणुं
(पुरुषकुञ्जर) पुं १४४१ उत्तम पुरुष पुरहन् पुं ११ (प.) शिव ... I (पुरुषदन) त्रि. ६०१ पुरुष प्रमाण