Book Title: Shabdamala
Author(s): Muktichandravijay, Munichandravijay
Publisher: Shantijin Aradhak Mandal

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Page 397
________________ अभिधानचिन्तामणिनाममाला . ३६६ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक./ अर्थ हल्य न. ९६८ हळथी खेडाय तेवू खेतर | हस्त पुं न. ५९१ हाथनो पंजो हल्लक न. ११६४ संध्या विकासी रातुं कमळ | हस्त पुं ५९९ वचली आंगळी अने हल्लीसक न. २८१ स्त्रीओ, मंडळ भेगुं थई | कोणी- प्रमाण करायेलुं नृत्य हस्त पुं ८८७ चोवीश आंगल प्रमाण हव पुं २६१ बोलावयूँ ते । हस्त पुं १२२४ हाथीनी सूंढ हवन पुं ११०० (शे. १७०) अग्नि । हस्तधारण न. १५०२ रक्षणीयने बचावयूँ हवित्री स्त्री ८३३ होम करवानो कुंड हस्तबन्ध पुं ५१८ (शि. ११७) हस्तमेलाप, हविरशन पुं १०९७ अग्नि । ... पाणिग्रहण हविगेंह न. ९९६ बलिनु घर . | हस्तबिम्ब न. ६४९ हाथनो थापो हविष् न. ४०७ घी . हस्तलेप पुं ५१८ (शे. १११) लग्न समये हविष् न. ८३१ हवि, बलिदान हाथमा लेप करवो ते हविष् न. ११०० (शे. १७०) अग्नि । | हस्तसूत्र पुं न. ६६३ हाथे बांधवानुं हविष्य न. ४०७ घी __मंगल सूत्र 'हव्य न. ८३२ अग्नि द्वारा देवताओने आपवा | (हस्तस्थापन) न. १५०२ रक्षणीयने ___ योग्य ओदन बचावq ते हव्यपाक पुं ८३३ हव्यान हस्तिदन्तक न. ११९० मूळो (हव्यभुज्) पुं १०९७ अग्नि | हस्तिन् ' १२१७ हाथी । हव्यवाह पुं १०९९ अग्नि हस्तिनख पुं ९८२ नगरना दरवाजा पासे हव्याशन पुं १०९७ अग्नि . चढवा-उतरवानो ढाळ हस पुं २९६ हास्य हस्तिनापुर न. ९७८ दिल्ही, हस्तिनापुर हसन न. २९६ हास्य हस्तिनासा स्त्री १२२४ हाथीनी सूंढ हसन न. २९८ होठ फरकवा रूप हास्य (हस्तिनी) स्त्री १२१८ हाथणी हसनी स्त्री १०२० सगडी हस्तिनीपुर न. ९७८ दिल्ही हस्तिनापुर हसन्तिका स्त्री १०२० सगडी हस्तिपक (ब.व.) पुं ७६२ महावत हसित न. २९७ हास्य | हस्तिमल्ल पुं १७७ इन्द्रनो हाथी । हसित न. ११२९ खीलेलं (पुष्प) | हस्तिमल्ल पुं २०७ (शे. ६३) गणेश, हस्त पुं न. ११२ हस्त नक्षत्र विनायक

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