Book Title: Satyamrut Drhsuti Kand Author(s): Satya Samaj Sansthapak Publisher: Satyashram Vardha View full book textPage 8
________________ ; ܪ సిరి సరసన చుసిన వాచ్ సిని పిల్లే 5) (Full) m समर्पण भगवान सत्य के चरणों में परम पिता ! तेरी वस्तु तुझी को नर्पण I जो कुछ कहलाता है मेरा है तेरी ही करुणा का कण || तेरी वस्तु तुझी को अर्पण ॥ १ । तीर्थकर है तीर्थ बनाते । पैगम्बर पैगाम सुनाते ॥ तेरी ही at freeier कोई है अवतार कहाते || तेरा तुझको करें समर्पणः । तेरी वस्तु तुझी को अर्पण ॥ २ ॥ मै भी क्या चरणों में लाऊं । मेरा क्या ? जो भेंट चढाऊ || दिल निचोड़कर ले आया यह चरणोंपर रसधार बहाऊ । पोकर अमर ने मानवगण | तेरी वस्तु को अर्पण ॥ ३ ॥ Ww तेरा दास LANMA ALAS DEASAL DED सत्य भक्त ܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀܀ NAWANS Teas 23123Page Navigation
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