Book Title: Satyamrut Drhsuti Kand Author(s): Satya Samaj Sansthapak Publisher: Satyashram Vardha View full book textPage 6
________________ विषय सूची विषय ॥ सर्वज्ञवाद १५० 9] ७३ विशाल दृष्टि १२ ८६ रंगभेद १६. यामा परीक्षता विचारकता १७ wwooooo--- पहिला अध्याय तीसरा अध्याय धर्मशास्त्र की मर्यादा सत्यदृष्टि मार्ग दृष्टि ईश्वरवाद पृष्ठ सुख दुख विचार भारमवाद मगलाचरण ११ दुःख विचार भगवान सत्य १२ उ. शारीरिक दुःख ६९ मुक्तिवाद सत्येश्वर की साधना १३ छ: मानसिक दुब द्वैताद्वैतवाद सत्येश्वर का दर्शन ॥ सुन विचार नित्यानित्यवाद रूपदर्शन ११ माठ मानन्द धर्म में उचित परिवर्तन गुणदेव ५ उपाय विशा दुर्गुगदेव १५ दुख सुख श्रेणियाँ गुणदन ५६ एका माठ दुख ७५ अनुदारता के संस्कार निष्पक्षता " सुखोपाय ८३ सर्वज्ञता की उचित मान्यता स्वत्वमोह । यहत्तर सुख " जातिसमभाव कालमोह १६ दस महत्त्व " चौथा अध्याय नवीनता मोक्ष राष्ट्रभेद योग बोष्ट वृत्तिभेद ॥ योग चतुएय ६२ उपजाति कल्पना २५ मंकियोग अदीनना १३ व्यफिसममाव परीक्षा के पाच पेद " ज्ञानमकि स्वोपमता स्वार्थमोक्त प्रमाण ज्ञान चिकित्स्यता अन्धभक्ति शास्त्र का उपयोग अवस्थासमभाव सन्यासयोग प्रत्यापम शास्त्र नाट्यमापना २६ विद्यायोग प्रत्यक्ष का उपयोग ३० कर्मयोग क्षणिकस्वभावना अनुभव की दुहाई सधुत्वभावना तर्क प्रमाण पांचवा अध्याय महावभावना समन्वयशीलता लक्षण दृष्टि अनृणस्वभावना ११५ कर्तव्यमावना दुसरा अध्याय गुरुमूदता ध्येयष्टि ॥ भदेवभाषना अतिम ध्येय गुरु की बीन श्रेणियों १३ योगी की जन्धियों ध्येय और उपध्येय २ कुशुरु गुरु 1. विपत विजय " शास्त्र मूढ़ता : स्वतन्त्रता उपध्येय ११७ विरोध विजय ॥ देवमूढता शान्ति उपध्येय २. उपेक्षा विजय ४३ लोसूदता मोक्ष उपध्येय १२३ भलोमन विजय ॥ धर्मसमभाव श्वर प्राक्षि उपध्येय १५ धर्म समभाव के ८ लाम १२५ निर्मयता सुख और पाप ६ मतिभय १. दस तरह के सम्प्रदाय निजसुख और सर्पसुस्त्र १० विनिमय १ धर्म सस्पा क्यों शायदेयता की ज्या १३९ अपायमय २४ तरवमता और इन्द १३८ दस तरह के मम गुरमता १६ सम्मान सूचनाएँ 10 अपायता 1 १६ १८१ विवेक १८९ १८० 101Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 259