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अध्याय-2
2. Selection of Land
भूपरीक्षा, भूमि के आसपास का वातावरण, भूखंड एवं भवन परीक्षा, खनन के समय प्राप्त सामग्री, भूखंड का आकृतिमूलक वर्गीकरण, भूखंड के न्यूनाधिक चतुष्कोणों का फल, वर्णानुसार भूमि परीक्षा।
भूपरीक्षा
सुगन्धा ब्राह्मणी भूमी रक्तगन्धा तू क्षत्रिया। मधुगन्धा भवेदद्वैश्या मद्यगन्धा च शूद्रिका।।
-कल्पद्रुम सुगंधयुक्त भूमि ब्राह्मणी, रक्त की गंध वाली भूमि क्षत्रिया, धान्य की सुगंध वाली वैश्या एवं मद्यगंधयुक्त भूमि शूद्रा कहलाती है।
ब्राह्मणी, क्षत्रिया, वैश्या एवं शूद्रा-ये चार भूमि के मुख्य प्रकार हैं। ब्राह्मणी भूमि : सुगंधयुक्त, सफेद रंग की मिट्टी वाली मधुर रसयुक्त कुश घास से
युक्त
क्षत्रिया भूमि :
रक्तगंधा, लाल रंग की मिट्टी वाली, कषाय रसयुक्त, मुंज घास से
युक्त
वैश्या
: शस्यगंधा (धान्य), हरे रंग की मिट्टी वाली, आम्ल रसयुक्त (खट्टा),
कुश काशयुक्त : मद्य गंध, काले रंग की मिट्टी वाली, कटु रस वाली, सब प्रकार के
घास से युक्त
शूद्रा भूमि
भमि के आसपास का वातावरण :
शस्तौषधिद्रुमलता मधुरा सुगंधा
स्निग्धा समा न सुषिरा च मही नराणाम् । अप्यध्वनिश्रमविनोदमुपागतानां धते श्रियं किमुत शाश्वतमन्दिरेषु ।।
-बृहत्संहिता 11
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