Book Title: Saral Vastu
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 66
________________ उत्तर : जैसा कि साथ के चित्र में दिखाया गया है, वैसे अपनी जगह के आग्नेय में दुकान लगा कर स्वयं व्यापार कर सकते हैं; या किसी और को किराये पर भी दे सकते हैं। इस चित्र के अनुसार अपनी जगह के नैऋत्य में दुकान लगा कर, स्वयं व्यापार कर सकते हैं, अथवा किसी और को किराये पर भी दे सकते हैं। अपने मकान के वायव्य में दुकान, मकान और शटर है तथा चारों प्रवेश द्वार बताये गये हैं। www . ApHHindi.com जब अपने मकान के ईशान में दुकान हो तो घर के अंदर से दुकान में जाने के लिए, चित्र के अनुसार, द्वार लगाना चाहिए। इसमें स्वयं ही व्यापार करना चाहिए। किसी भी हालत में मकान के ईशान में दुकान बनाना मना है। यह तथ्य बहुत कम लोगों के ध्यान में है। जपान http://www.Apnihindi.com

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