Book Title: Saral Vastu
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 38
________________ प्रश्न : क्या घर का पूजन कक्ष स्वतंत्र होना चाहिए? उत्तर : मनुष्य को यदि आध्यात्मिक शक्ति से परिपूर्ण एवं तेजस्वी होना है, तो उसका पूजन कक्ष स्वतंत्र होना चाहिए। जब हम बच्चों के लिए कमरा, बड़े-बड़े शौचालय एवं स्नानागार, मनोरंजन एवं खाने के लिए हॉल बनाते हैं, तो क्या ईश्वर के लिए, स्वयं की उन्नति हेतु एक छोटा सा प्रार्थना कक्ष, भगवान के निमित्त अलग से नहीं बना सकते? यह हमारी संकीर्ण मनोवृत्ति को ही दर्शाता है, पूजा कक्ष स्वतंत्र न बना सकें, तो पूर्व में मंडप जरूर बनाना चाहिए। रसोई घर एवं चूल्हा प्रश्न : रसोई एवं चूल्हे के लिए सही जगह कौन सी है? उत्तर : घर में आग्नेय कोने में रसोई एवं चूल्हा लगाना उत्तम है। परंतु पूर्व के दीवार में खोल बना कर उसमें रसोईघर चूल्हा नहीं बनाना चाहिए। इससे कमरे का पूर्व-आग्नेय अग्रेत हो जाएगा। यह दोषकारक है। चूल्हा ऐसे बनाएं, जिससे रसोई बनाने वाले का मुंह पूर्व की ओर हो। प्रश्न : यदि घर में अग्निकोण मिलना संभव न हो तो चूल्हा किस दिशा में बनाना चाहिए? उत्तर : पूर्व मुख्य द्वार वाले घरों के अंदर घर के वायव्य और नैर्ऋत्य दिशा में बने कमरों के आग्नेय कोने में चूल्हे बना सकते है। उत्तर रसोईघर http://www.Apnihindi.com

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