Book Title: Saral Vastu
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 27
________________ अध्याय -3 3. Residential Vastu घर में जल स्रोत कहां होने चाहिएं? घर में, या बाहर कुआं, या पानी की टंकी बनाने का स्थान, द्वार खिड़कियां और झरोखे, पूजन घर के बारे में विशेष, रसोई घर एवं चूल्हा, शौचालय संस्कृति का जोर, सीढ़ियों का विस्तृत वर्णन। घर में जल स्रोत कहां होना चाहिए ? घर में, नलकूप (हैंड पंप), होटल में स्वीमिंग पूल (तरण ताल), खेत-खलिहान में कुआं, कमर्शियल कांपलेक्स में जल संग्रह स्थल कहां होने चाहिएं, इस विषय पर निम्न श्लोक दृष्टव्य है : कूपे वास्तोर्यध्यदेशेऽर्थनाशस्त्वैशान्यादौ पुष्टिरैश्वर्य वृद्धिः । सूनो शः स्त्री विनाशो मृतिश्च सम्पतीड़ा शत्रुतः स्याच्च सौरव्यम।। घर में या बाहर कुआं, या पानी की टंकी बनाने का स्थान : 1. घर या घर के बाहर हैंड पंप, पानी की टंकी हमेशा ईशान्य कोण में ही शुभ रहता है। इससे गृहस्वामी का परिवार पुष्ट होता है। 2. कुआं, हैंड पंप, पानी की टंकी, या जलसंग्रह घर के पश्चिम भाग में उत्तम रहता है। इससे घर के सुख-संपत्ति में वृद्धि होती है। 3. कुआं, हैंड पंप, पानी की टंकी, घर के ठीक पूर्व भाग में हो, तो ऐश्वर्य की वृद्धि होती है। 4. कुआं, हैंड पंप, पानी की टंकी घर के ठीक उत्तर की तरफ हो, तो शुभ है। इससे घर में सुख-शांति की वृद्धि होती है। 5. पानी का स्थान, कुआं, हैंड पंप या टंकी नैऋत्य दिशा में हो, तो गृहस्वामी एवं उसके परिजनों की मृत्यु होती है। 6. कुआं, हैंड पंप, पानी की टंकी दक्षिण दिशा में हो, तो गृहस्वामी की स्त्री मरती है, यदि बीचों-बीच (मध्य) हो, तो भारी धन हानि होती है। 26 http://www.Apnihindi.com

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