Book Title: Sambodhi 2006 Vol 30
Author(s): J B Shah, N M Kansara
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 230
________________ 224 રસીલા કડીઆ SAMBODHI १८. जीनी भार्या बाई हरषाई । नु पुत्र पटल भांणजी ओ जण ४ च्यार अकठां रहितां । ओ१९. कठीयामतां । तिहवार पछी संवत १७०२ना मध्ये ओ जण ४ च्यार मे घर २ बि समंधी २०. तथा वडाभूआ पटल वासण समंधी । तथा पटल लालजीनी मीराति । नाम [वी]रा २१. काश्यपात्र । राछपीछ । घरवाष(ख)रा सप्तधातू पर्यंत समंधी माहोमाहि विवाद क२२. रवा लागां । पछि माहोमाहि माफि कयरी नि मुनशप जण ५ पांच परठा । ते२३. हनां नाम सोनी भवांनजी बिन संघ । तथा पटल आंबा बिन गोपाल आसपुरी २४. तथा ठार मेघजी बिन संघजी । तथा ठार नारायण बिन क्रष्ण आसपुरे । तथा भ(ठा?)स्२५. वासदेव बिन भीमा आसपुरी । अण जणे ५ पांचे माहोमांहि बिसारी माडिक२६. करीनि समझावां विवाद करता वारां । चूकावी आप्यूं । तेहनी वगति (विगत ?) मजमाल (मजमले) भागे२७. इ त्रण्य परठा । ते मध्ये भाग बि पटल वीरा लछाईनो । ते २८. भाग्य घर अक १ मोटू पूर्वाभिमुष(ख)नूं षं(ख)ड २ बिनू ते मध्येना ओरडा उपरि पीटणी छि २९. पटसालि मध्ये उदकस्थांनक छि ते सहित । ओ घरनी पटसालिना द्वार ऊपरि बारि छि ओ घर३०. ना आंगणा चाल सहित । ओ घरसवोपस्कठ्यादितं । भूमिसहितं । अ घरनां घू(खू)ट । पूर्व दिशिओ घ३१. रनु नीकाल । आंगणूं । सन्मुखि सोनी कल्याणजी मकंदजी बिन देवजीना घरनी खडकी ३२. छि । पश्चमे पछीति सोनी हांसला सूरजीना परिवारवें घर छि । ओ घरनां नेव छि (1) छीडी मध्ये पङि३३. तथा छीडी छि । ते घरनी दक्खणे सोनी गोपालजी सांम बिन माहावजीनू घर छि । उत्तरे सोनी कांहांनजी राघव बिन ३४. कूअरजीनू घर छि । ए षूट (खूट) ४ च्यार माहिलूं घर पटल वीरा लछीनि भाग २ बि माहि एहनी३५. भाग्य आवू । अनि घर बीजू एक १ दक्षण(णा)भिमुष(ख)नूं खंड २ बिनूं एकढालीउ भत्रीज ३६. पटल भांणजी हरषाईनि भाग १ माटि तेहनि भागि सोनी त्रीकम बिन हर(जी)३७. पासानूं भांणजी हरषाईनि भाग्यि आवू छि । भूपरांत पटल वीरा लछी पाशेथी मासो ३८. ११॥ ना । रूप्पैआ १५ अंके पंन्नर पूरापूरा रोकडा एकिमूठि पटल भांणजी हरषाई । ३९. अि लेईनि । ए पटल वीरा लछी साथि लि(खि)ता वडा आनी मलकति (मिलकत) शमधी । तथा

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