Book Title: Sadhwachar ke Sutra
Author(s): Rajnishkumarmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 154
________________ सूझता असूझता प्रकरण १३७ जितनी वस्तु भी गिरे तो वायुकाय की हिंसा हो सकती है इसलिए असूझता माना जाता है । प्रश्न १२. आलमारी, टेबल आदि उठाऊ, हिलने वाली चीज के भीतर या ऊपर सचित्त या अचित्त दोनों वस्तुएं पड़ी हो तो उनमें से अचित्त वस्तु साधु को बहरा सकते हैं ? उत्तर - नहीं, अचित्त वस्तु को लेते समय सचित्त वस्तु भी हिल सकती है, इसीलिए उसे लेना सम्मत नहीं है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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