Book Title: Prakaran Mala
Author(s): Ravchand Jechand Shah
Publisher: Ravchand Jechand Shah

View full book text
Previous | Next

Page 199
________________ SAJAR प्रथमत्रीके n बीजेत्रीके. 11 त्रीनेत्रीके 11 अनुत्तरांचे ॥ गंम सं गंमनां नांम ख्या १ व्यंतर असख्यनये ॥ जोतपीचरथरमां ॥ ३ नंदीश्वरद्धिपमां प्र० १२४ ॥ ४ कुंमलद्विपमां ॥ ५ रुचकद्धिपमां ॥ ६ कुंमलगिरीमां प्र० १२० ॥ ੪ प्रथमदेवलोकथी १२ मा सुद्धी प्रतेक चैते १०० प्रतीमा बे ॥ पांच सनानी ६० प्रतीमा त्रण बारणाना चोमुखनी १२ प्रतीमा मध्य चैतनी १०८ प्रतीमा सर्व मली १८० जांगवी ॥ यैवेक अ नुत्तरे १२० बे कल्पातीत बे माटे सना नथी ॥ ॥ त्रीच्छालोकमां चैत बींब संख्या ॥ 9 देव नत्तरकुरुमां ॥ ८ मेरुवनने वीषे ॥ ए गजदंता पर्वते ॥ १११ 209 १०० ա १० वखार गिरीइं ॥ ११ इख्खुकार गिरीइं ॥ कुल कुल ८४७०२३ | १५२९४४४७६० १३३२० १२८४० ११००० ६०० जिनबींब संख्या जिनचैत संख्या असंख्यनूवन असंख्य बींब असंख्यनूवन असंख्य बींब ५२ ४ ४ ३० १० ८० २० Go ४ ६४४८ ४९६ ४०६ ३६०० १२०० ६०० २४०० ६०० ४८०

Loading...

Page Navigation
1 ... 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226