Book Title: Paumchariu ka Kriya Kosh
Author(s): Kamalchand Sogani, Shashiprabha Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 15
________________ था ठहरना थाहु* विधि 2/1 (2.16.11) थाहि विधि 2/1 (11.11.5 ) (22.3.7) थाइ व 3/1 थामि व 1/1 (69.17.8) धगधग धक धक करना धगधगइ व 3/1 (18.5.3) धगधगन्ति व 3/2 (69.17.5) चिल्लाना धाहाव धाहावइ व 3/1 (18.5.7) धीर धीरज रखना ध धीरइ व 3 / 1 ( 27.12.5) धीरहि विधि 2/1 (39.9.1) 6] प पक्खल पक्खलइ व 3/1 (1.5.6) पजल जलना स्खलित होना पजलइ व 3/1 (12.12.8) पज्जल जलना Jain Education International पज्जलइ व 3/1 (74.13.15) पज्झर झरना, टपकना पज्झरइ व 3/1 (77.14.5) पड गिरना पडन्ति व 3 / 2 (18.9.6). पडइ व 3/1 (19.3.2) पडु विधि 2 / 1 ( 6.12.10) पडउ विधि 3/1 (22.10.4) पडेसमि भवि 1/1 (55.1.20) पडिखल गिरना पडिखलइ व 3/1 (23.13.8) पडिहा अच्छा लगना पडिहन्ति व 3 / 2 (22.5.4). पणच्च नाचना पणच्चइ व 3/1 (32.8.7) पमाय छोडना पमायहि विधि 2/1 (41.2.8) पयट्ट प्रवृत्त होना पयट्टइ व 3/1 (5.4.9) पयट्टहि व 2 / 1 (21.6.8) परिवस रहना परिवसइ व 3/1 (22.6.4) परिसुज्झ शुद्ध होना सुज्झमि व 1 / 1 ( 73.13.9) सुज्झइ व 3/1 परिसुज्झहुं व 1/2 पलिप्प जलना (87.17.7) (19.1.10) पलिप्पइ व 3/1 पल्लट्ट लौटना पल्लट्टहि आज्ञा 2/1 (21.6.8) पल्लट्टइ व 3/1 (33.2.6) [ अपभ्रंश महाकवि स्वयंभू के पउमचरिउ का क्रिया-कोश For Personal & Private Use Only (35.11.7) www.jainelibrary.org

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