Book Title: Paumchariu ka Kriya Kosh
Author(s): Kamalchand Sogani, Shashiprabha Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 33
________________ . दावए व 3/1 (42.10.7) दुगुंछ निन्दा करना दुगुंछइ व 3/1 (81.7.8) दुगुंछहि व 2/1 (88.5.2) दुह दुहना दुहइ व 3/1 (34.11.2) दे देना देइ व 3/1 (1.14.5) देमि व 1/1 (4.4.3) देन्ति व 3/2 (6.3.4) देहि व 2/1 (7.9.1) _ विधि 2/1 (8.10.7) देउ विधि 3/1 (17.18.5) देसइ भवि 3/1 (29.4.9) दे विधि 2/1 (30.8.9) देक्ख देखना देक्खइ व 3/1 (17.15.2) दोच्छ निन्दा करना दोच्छइ व 3/1 (42.1) धरेसइ भवि. 3/1 (15.6.2) धरे विधि 2/1 (19.8.3) धरहो* विधि 2/1 (30.3.5) धरि विधि 2/1 (55.1.13) धरेसहि भवि 2/1 (85.5.6) धरन्ति व 3/2. (72.9.9) धवल सफेद करना . धवलन्ति व 3/2 (36.5.8) . . धवलेइ व 3/1 (74.17.1) धा धारण करना/ दौडना धाइ व 3/1 (7.3.3) धाव दौडना.. धावइ व 3/1 (11.12.2) धावहि विधि 2/1 (61.7.9) धावन्ति व 3/2 (66.2.7) धुण हिलाना/कंपाना धुणइ व 3/1 (8.11.9) धुव धोना धुवइ व 3/1 (78.3.4) धोव धोना धोवइ व 3/1 (1.14.6) ध प धर धारण करना, पकडना धरइ व 3/1 (1.5.2) धरमि व 1/1 (7.12.9) धरहि विधि 2/1 (9.10.8) ___ व 2/1 (17.5.10) पइस/पईस प्रवेश करना पईसइ व 3/1 (4.1.8) पइसहुँ व 3/2 (6.13.9) 24] [अपभ्रंश महाकवि स्वयंभू के पउमचरिउ का क्रिया कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50