Book Title: Paumchariu ka Kriya Kosh
Author(s): Kamalchand Sogani, Shashiprabha Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 31
________________ ‘णा/णी/णे लाना, ले जाना णिव्वह . व्यतीत करना/निर्वाह णेइ व 3/1 (4.6.9) करना णेसइ भवि 3/1 (76.9.10) णिव्वहइ व 3/1 (16.3.10) णास नाश होना णिवार निवारण करना णासइ व 3/1 (2.9.4) णिवारइ व 3/1 (2.12.9) णासमि व 1/1 (44.7.4) णिवारहि व 2/1 (25.12.3) . णासन्ति व 3/2 (73.9.9) णिसुण सुनना णिअ/ णिय देखना णिसुणमि व 1/1 (19.18.2). णिएन्ति व. 3/2 (12.2.9) णिसुणहु* विधि 2/1. (23.2) णियइ व 3/1 (33.6.7) णिसुणि विधि 2/1 (38.9.2) णिएइ व 3/1 (81.5.2) णिसुणइ व 3/1 (42.1,8) णियहि व 2/1 (41.8.5) णिसुंभ मारना णिएसहुँ भवि 1/2 (86.8.7) णिसुंभइ व 3/1 (38.2.6) णिज्जर क्षय करना णिहम्म मारना णिज्जरइ व 3/1 (39.2.4) णिहम्मइ. व 3/1 (85.5.12) णिट्ठव नष्ट करना णिहाल देखना णिट्ठवमि व 1/1 (40.15.10) णिहालउ विधि 3/1 (17.18.6) णिड्डह जलाना णिहालइ व 3/1 (25.4.8) णिड्डहइ व 3/1 (18.5.6) णिहालमि व 1/1 (59.4.5) णिंद निंदा करना णिहालहि विधि 2/1 (73.10.5) जिंदइ व 3/1 (25.19.5) णीसार बाहर निकालना जिंदन्ति व 3/2 (87.7.6) णीसारइ व 3/1 (49.14.7) णिब्मच्छ झिडकना णिभच्छइ व 3/1 (84.4.8) णिरुंभ रोकना णिरुंभइ व 3/1 (75.5.7) तप्प सन्तप्त होना णिवंध बाँधना तप्पइ व 3/1 (22.7.9) णिवंधइ व 3/1 (76.11.6) 22] [अपभ्रंश महाकवि स्वयंभू के पउमचरिउ का क्रिया-कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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