Book Title: Mumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Author(s): Jain Shwetambar Conference Office
Publisher: Jain Shwetambar Conference Office

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Page 20
________________ ( १३ ) जनी हाजरी विगेरे जुदां जुदां कारणो सर श्री मुंबईने माटे वहुज हिमायत करवामां आवती हती. ____ आ बाबतनो निर्णय करवा माटे तारीख १५ मी जून सने १९०३ ने दीवसे सोमवारे सवारे मुनी महाराज श्रीमद् मोहनलालजी महाराजना व्याख्यान वखते साडासात वागे जैन कॉन्फरन्स क्यां भरवी ते विषयउपर विचार करवा एक सभा लालबागमां बोलाववामां आवी हती. आ सभामां आगेवान गृहस्थो पुरती संख्यामां हाजर थई शकेला नहीं होवाना सबबी आ कामने तारीख १८ मी उपर मलतवी राखी सभा बरखास्त करवामां आवी हती. आ पछी आ सभामां पधारेला कॉन्फरन्सना हितचिंतकोए ता. १८ मी पहेलांज जुदा जुदा आगेवान गृहस्थोने मळी आ बाबत विचार कर्यो अने तेमां बीजी कॉन्फरन्स मुंबईमां भरवी एवो घणाएकनो मजबुत अभिप्राय थतां ता. १८ मीने गुरुवारे उपर ठराव्या मुजब बोलाववा धारेली सभा मुलतवी राखवामां आवी हती. बीजी कॉन्फरन्सनी बेठक मुंबईमा करवानी वात जैन मंडळोमां प्रसरतां ते तरफ लोक लागणीथी ते कार्य करवानी उत्सुकता अने खंत प्रतिदिन वधवा लागी अने आ बाबत ज्यां त्यां जोसमेर चर्चावा लागतां ता. २१ मी जूनने रवीवारने दिवसे रातना साडासात वागे “धी जैन एसोसीएशन ऑफ इन्डीआ"ए पोताना होलमां आ बीजी कॉन्फरन्स क्यां भरवी तेनो विचार करवा एक सभा बोलावी. आ सभामां जैन आगेवान गृहस्थोए पुरती संख्यामां हाजरी आपी हती अने १॥ कलाक सुधी आ बाबत उपर लंबाण विचार चलाव्या बाद बनी शके त्यांसुधी बीजी कॉन्फरन्सनी बेठक मुंबईमां मेळववानुं ठराववामां आव्यु तथा अमदावाद खाते अत्रेना आगेवान गृहस्थोए अवश्य जवु एम पण सुचववामां आव्युं हतुं. अने जे गृहस्थो आ मीटींगमां हाजर थई शक्या नहोता तेमने आ ठरावनी खबर आपवानुं पण ठराववामां आव्युं हतुं. ___ता. १५ मी अने ता. २१ मीनी मीटींगोथी केटलाक आगेवान गृहस्थोने अमदावाद वीजी कान्फरन्स- जवाना काममां उत्साह मळ्यो अने तेथी ता. २५ मी जुनने दीवसे मी. ना स्थळ विशे नि- ढहाने आपेली कबुलात प्रमाणे अत्रेथी रावसाहेब हीराचंद मोतीचंद, र्णय करवा अमदा- शेठ गुलाबचंद धरमचंद, शेठ हेमचंद अमरचंद, शेठ मोहनलाल पुंजा. वाद खाते मळेली भाई, शेठ माणेकलाल घेलाभाई तथा हुँ एम छ जण श्री अमदावाद सभा. जवा माटे विदाय थया. ___ता. २६ मीने सवारे अमे बधा अमदावाद पहोंच्या. स्टेशन उपर आपणा मानवंता शेठ वीरचंद दीपचंद सी. आइ. ई. पोताना पुत्र मि. भोगीलाल अने बीजा गृहस्थो साथे अमने लेवा माटे पधार्या हता. जेम कोई पोतानो खरेखरो स्नेही अथवा मोटो गृहस्थ पोताने त्यां आवतो होय अने तेने माटे जुदी जुदी जातनी तैयारीओ करी होय तेम आ आपणा मानवंता शेठ अमारे सारु घोडागाडीओ वगेरे साथे लाव्या हता. जे प्रमाणे अमे मुंबईथी छ जण गया हता तेवीज रीते भरूचथी पण शेठ अनोपचंद मलुकचंद पधार्या हता. अमे सर्वे शेठ वीरचंदभाईनी हाजर राखेली गाडीओमां बेसी तेओ साहेबनी साथे तेमने मुकामे गया. मि. गुलाबचंदजी ढहा जेपुरथी आवती टेनमा आवनार होवाथी तेमनो सत्कार करवा अर्थे स्टेशनउपर शेठ लालभाई दलपतभाई तथा बीजा पचासेक गृहस्थो आव्या हता. ट्रेन Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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