________________
मारवाड़ का इतिहास
विशेष वक्तव्य । इस रुपये पर तलवार का चिह्न बना रहता है । इसपर की इबारत के कुछ नमूने आगे दिए जाते हैं:
एक तरफ़ -सिक्के मुबारिक शाह आलम बादशाह गाज़ी १२०३ । दूसरी तरफ़-सने जलूस ३१ मैमनत मानूस जरब दारुल-खैर अजमेर ।
एक तरफ़ -कीन विक्टोरिया मलका मोअज्जमा इंग्लिस्तान व हिन्दुस्तानं । दूसरी तरफ़-जरब कुचामन इलाके जोधपुर सने ईसवी १८६३ ।
१. यह लेख इसपर वि० सं० १९२० (ई. स. १८६३) में लिखा गया था।
६४८
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com