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मारवाड़ का इतिहास
वि० सं० १५१० ( ई० स० १४५३ ) में, चौकड़ी के, सीसोदियों के साथ के युद्ध में मारे गए राव जोधाजी के कुछ व.रों के नामः___वैरसलजी-राठोड, भैरोजी राठोड़।
इसके बाद मंडोर पर अधिकार करते समय मारे गए राव जोधाजी के कुछ योद्धाओं के नामःदामा राठोड़ (रायपालोत ), माला, सोडा-गूजर ।
१६. राव सातलजी। वि० सं० १५४८ ( ई० स० १४११) में, कोसाने के पास, मल्लूखाँ के साथ के युद्ध में मारे गए राव सातलजी के कुछ वीरों के नामः - देवीसिंह-ऊहड़, जवानसिंह-खीची, भैरूंदास-खीची।
१८. राव गांगाजी । वि० सं० १५८५ (ई० स० १५२६) में, सेवकी के, शेखा और खाँ जादे दौलतखाँ के साथ के युद्ध में मारे गए राव गांगाजी के कुछ वीरों के नामः
किशनसिंह-चांपावत, अमरा-मंडलावत । वि० सं० १५८८ ( ई० स० १५३१ ) में, वीरमजी के साथ के, सोजत के युद्ध में मारे गए राव गांगाजी के कुछ योद्धाओं के नाम:वैणा-राठोड़, सहसा राठोड़ ।
१६. राव मालदेवजी। वि० सं० १५१८ (ई० स० १५४१) में, राव जैतसीजी पर के, सूवा के आक्रमण में मारे गए राव मालदेवजी के कुछ वीरों के नाम:
रायमल राठोड़, जगतमाल राठोड़ । वि० सं० १६०० ( ई० स० १५४३) में, गिररी के पास के, शेरशाह के साथ के युद्ध में मारे गए राव मालदेवजी के कुछ वीरों के नामः
जैता-राठोड़ (बगड़ी), कुंपा-राठोड़ : मेहराजोत ), वैरसी राठोड़, जैमल-राठोड़
(बीदावत ), खींवकरण-ऊदावत राठोड, जैतसी ऊदावत, पंचायण-करम
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