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विभिन्न युद्धों में लड़कर मारे गए कुछ वीरों के नाम
वि० सं० १८५० ( ई० स० १७९३ ) में, भंवर के युद्ध में मारे गए महाराज - कुमार भीमसिंहजी के साथ के कुछ वीरों के नाम: --
सूरजमल - मेड़तिया ( कुचामण ), हरीसिंह - कूंपावत ( चंडावल ), दानसिंह(सेवरिया ). रूपसिंह-बख्शीरामोत ( नौखां ठाकुर का भाई ) ।
३१. महाराजा भीमसिंहजी |
वि० सं० १८५८ ( ई० स० १८०१ ) में, साकदड़े के युद्ध में मारे गए महाराजा भीमसिंहजी के कुछ वीरों के नाम:
अमरसिंह जोधा (रांमा ), अमानसिंह चांदावत (
जडोली ) । उपर्युक्त युद्ध में मारे गए श्रीमानसिंहजी के कुछ वीरों के नाम:
जोध सिंह - श्रर्जुनोत : भाटी ) ( खेजड़ला ठाकुर का छोटा भाई ) ।
वि० सं० १८६० ( ई० स० १८०३ ) में, जालोर पर के आक्रमण में, मारे गए महराजा भीमसिंहजी के कुछ वीरों के नाम: -
बनराज - सिंघी |
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३२. महाराजा मानसिंहजी ।
वि० सं० १८६३ ( ई० स० १८०७ ) में, गांगोली के युद्ध में मारे गए महाराजा मानसिंहजी के कुछ योद्धाओं के नाम: -
उदैरूप-भीवांणी ( पटानवीस ) ।
वि० सं० १८६४ ( ई० स० १८०७) में, जयपुर-नरेश के जोधपुर पर के आक्रमण में मारे गए महाराजा मानसिंहजी के कुछ वीरों के नाम:
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शेरसिंह चौहान ( राखी ), बहादुरसिंह - तुंवर, कीरतसिंह सोढ़ा ( जसोल ) |
वि० सं० १८६५ ( ई० स० १८०८ ) की बीकानेर पर की चढ़ाई में, ऊदासर के युद्ध में मारे गए महाराजा मानसिंहजी के कुछ वीरों के नाम:
हवंतसिंह मेड़तिया (ईडवा ), पहाड़ सिंह - चांदावत ( छापरी ) ।
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