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मारवाड़ का इतिहास
सीतामऊ के राठोड़-नरेशों का संक्षिप्त वंशवृक्ष |
( २२ राजा उदयसिंहजी जोधपुर नरेश के वंश में ) -
१. केशवदासजी
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( वि० सं० १७५२ की प्रथम आषाढ सुदि ६= ई० स० १६६५ की ८ जून तक रतलाम में राज्य किया ? और बाद में वि० सं० १७५८ की कार्तिक सुदि ११=३० स० १७०१ की ३१ अक्टोबर को सीतामऊ राज्य की स्थापना की )
J २. गजसिंहजी
( वि० सं० १८०५ - १८०६ ई० स० १७४८ - १७५२ )
३. फ़तै सिंहजी
( वि० सं० १८०६ - १८५६ ई० स० १७५२-१८०२ )
४. राजसिंहजी
( वि० सं० १८५६ - १६२४ = ई० स० १८०२ - १८६७ )
रत्नसिंहजी '
५. भवानी सिंहजी
(वि० सं० १९२४ - १६४२ = ई० स० १८६७-१८८५ )
६. राजा बहादुरसिंहजी
(
( वि० सं० १६४२-१६५५= ई० स० १८८५ १८६६ )
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नाहरसिंह वखत सिंह
७. राजा शार्दूल सिंहजी (वि० सं० १६५६ - १६५७ = ई० स० १८६६ - १६०० )
७. राजा रामसिंहजी ( यह रतलाम के संस्थापक रत्नसिंहजी के द्वितीय पुत्र रायसिंह (काछी बड़ोदा वालों) के वंशज थे और वि० सं० १९५७ ई० स० १६०० में सीतामऊ गोद श्राप )
महाराज - कुमार रघुबीरसिंहजी
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