________________
विभिन्न युद्धों में लड़कर मारे गए कुछ वीरों के नाम परिशिष्ट - १०.
मारवाड़ - नरेशों की तरफ़ से विभिन्न युद्धों में लड़कर मारे गए कुछ वीरों के नाम ।
११. राव चंडाजी |
वि० सं० १४८० ( ई० ० १४२३ ) में, नागोर के, भाटियों, सांखलों और मुसलमानों के साथ के सम्मिलित युद्ध मे मारे गए रावजी के कुछ वीरों के नाम:पूना - गहलोत ( दौला का पुत्र), हडभू-सोढा, बालू-ऊहड़ ।
१५. राव जोधाजी
वि० सं० १४९५ ( ई० स० १४३८ ) में, मेवाड़वालों के साथ के, चीतरोड़ी के युद्ध में मारे गए राव जोधाजी के कुछ योद्धाओं के नाम:
1
चरड़ा-राठोड़ ( अड़कमाल का पुत्र और राव चूंडाजी का पौत्र ), चांदरावराठोड़ ( चरड़ा का भाई ), पूना - राठोड़ ( राव चूंडाजी का पुत्र ), शिवराज राठोड़ (राव चूंडाजी का पुत्र ), राणा पृथ्वीराज - ईंदा ( राजसिंह का पुत्र और उगमसिंह का पौत्र ) ।
उपर्युक्त युद्ध के बाद कपासण के युद्ध में मारे गए राव जोधाजी के कुछ वीरों के नाम:
मांडण - ऊहड़ राठोड़, विजा-राठोड़ ( रावल मल्लिनाथजी का पौत्र ), कूंपाराठोड़ ( चाहडदेवोत ), पाता - राठोड़ ।
(१) कई ख्यातों में इन युद्धों में मारे गए योद्धाओं के नामों में कुछ भिन्नता भी पाई जाती है । उस समय मारवाड़ के नरेश अपनी निजी वेतन भोगी सेना न रखकर अपने कुटुम्बियों, सम्बन्धियों और सेवकों को युद्ध के समय, अपने योद्धाओं को लेकर, सेवा में उपस्थित होने के लिये, जागीरें दिया करते थे और युद्धों में उनमें से बहुतों के मारे जाने पर भी कुछ चुने हुए लोगों के नाम ख्यातों में लिख लिए जाते थे । इसीसे इन नामों में भिन्नता मिलती है । ऐसी दशा में इस सूची को हम पूरी नहीं कह सकते ।
इस सूची को पूरी तौर से तैयार करने के लिये तारीख १२ और १६ अगस्त १९३६ के जोधपुर- गवर्नमेन्ट गज़ट में सूचना भी प्रकाशित की गई थी । परन्तु लोगों ने उस पर विशेष ध्यान नहीं दिया ।
ख़ास ख़ास वीरों के नाम इतिहास में यथास्थान भी दिए गए हैं । अनुक्रमणिका में इस सूची के पृष्ठों का समावेश नहीं हो सका है ।
६माउ
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com