Book Title: Madhyam Siddh Prabha Vyakaranam
Author(s): Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 11
________________ - - / / 16 / / उपसर्गस्यानिणेधेदोति / इणेधूवजित एदोदादौ धातावुपसर्गावर्णस्य लुक्, प्रेजते उपोखति / ........... // 17 // वा नामधातौ / . उपैडकीयति / // 18 // अनियोगे लगेवे / इहेव / / / 19 / / वौष्ठौतौ समासेऽवर्णस्य लुक / बिम्बोष्ठी स्थूलोतुः / // 20 // ओमाङि लुगवर्णस्य / उपेहि / // 21 // एदोतः पदान्तेऽस्य लुक / पदान्ते स्थितादेदोतोऽकारस्य लुक, तेऽत्र पटोऽत्र / // 22 / / गोर्नाम्न्यवोऽक्षे / गोरोतोऽवो नाम्न्यक्षे. गवाक्षः / / / // 23 // स्वरे वाऽनक्षे / गोरोतोऽव: पदान्ते, गवाग्रम् गोऽग्रम् / // 24 / / वात्यसन्धिः / गोरोतः, गो अग्रम् / ॥२५॥इन्द्रे / गोरोतोऽवः, गवेन्द्रः // इति स्वरसन्धिः / / 2 / /

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