Book Title: Lokprakash Ka Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Hemlata Jain
Publisher: L D Institute of Indology

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Page 386
________________ काललोक १६६. (अ) लोकप्रकाश, 35.50 (ब) प्रवचनसारोद्धार, द्वार 162, गाथा 1044 १७०. (अ) लोकप्रकाश, 35.54 (ब) प्रवचनसारोद्वार, द्वार 162, गाथा 1045 1046 १७१ (अ) लोकप्रकाश, 35.58 (ब) प्रवचनसारोद्धार, द्वार 162, गाथा 1047 १७२. (अ) लोकप्रकाश, 35.59-61 (ब) प्रवचनसारोद्धार, द्वार 162, गाथा 1048-1049 १७३. (अ) लोकप्रकाश, 35.76 की व्याख्या (ब) प्रवचनसारोद्धार, द्वार 162, गाथा 1050 १०४. अथर्ववेद काण्ड 19 अध्याय 6 सूक्त 53.54, मंत्र 1 और 10 १७५. नारायणोपनिषद् 2 १७६. भगवद्गीता, 11.32 १७७. श्वेताश्वेतरोपनिषद्, प्रथम अध्याय, श्लोक 2 १७८. सन्मतिप्रकरण, तृतीय काण्ड, गाथा 53 पर 'वादमहार्णव' टीका १७६. माण्डूक्यकारिका, द्वितीय प्रकरण, श्लोक 24 357

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