Book Title: Lokprakash Ka Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Hemlata Jain
Publisher: L D Institute of Indology
View full book text
________________
386
लोकप्रकाश का समीक्षात्मक अध्ययन
शिक्षा समिति, बड़ौत, मेरठ, (उत्तरप्रदेश) (ब) व्याख्याकार मुनि श्री मिश्रीमल जी, श्री मरुधर केसरी साहित्य प्रकाशन समिति,
जोधपुर एवं ब्यावर। ११. कार्तिकेयानुप्रेक्षा- स्वामि कुमार, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अंगास, १६७८ १२. गणितानुयोग- अनुयोग प्रवर्तक मुनि श्री कन्हैयालाल 'कमल' आगम अनुयोग ट्रस्ट,
अहमदाबाद १३. गुजराती और उसका साहित्य- डॉ. पद्मसिंह शर्मा 'कमलेश', राजकमल प्रकाशन,
दिल्ली, १६६० १४. गुणस्थान सिद्धान्त : एक विश्लेषण-प्रो. सागरमल जैन, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, शाजापुर,
१६६६ १५. गोम्मटसार (जीवकाण्ड एवं कर्मकाण्ड)- (अ) नेमिचन्द्र सिद्धान्त चक्रवर्ती, प. खूबचन्द
जैन कृत संस्कृत छाया एवं बालबोधिनी टीका सहित, वैभव प्रेस मुम्बई, १६२७ (ब) केशववण्ण रचित कर्णाटक वृत्ति, जीवतत्त्वप्रदीपिका, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, 9૬૭૬
(स) प. मनोहरलाल कृत हिन्दी व्याख्या, राजचन्द्र आश्रम, अगास, १६७१ १६. जगद्गुरु हीरविजय सूरि जी- न्यायविजय जी, त्रिपुटी १७. जगद्गुरु हीरविजय सूरि जी का पूजा स्तवनादि संग्रह- रतनचन्द कोचर, श्री चारित्र
स्मारक ग्रन्थमाला, वीरमगाम, गुजरात, १६४० १८. जम्बूद्वीप परिशीलन- अनुपम जैन, जैन त्रिलोक शोध संस्थान, मेरठ (उत्तरप्रदेश) १६. जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र- आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर २०. जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र टीका (भाग १ से ३)- घासीलाल जी महाराज, जैन शास्त्रोद्धार
समिति, राजकोट, १९७७ २१. जिनसहस्रनामस्तोत्रम्- संशोधक श्रीमद् विजयदान सूरीश्वर, श्री वीर समाज हाजापटेल
पोल, अहमदाबाद, १६२५ २२. जिनेन्द्र भक्ति प्रकाश (चैत्यवंदन स्तवन, सज्झाय आदि का संग्रह) - संग्राहक श्री
कंचनविजय जी म.सा., कैलाशसागर सूरि ज्ञान मंदिर, श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र,
कोबा, तीसरी आवृत्ति, १६४५ २३. जीव-अजीव तत्त्व- कन्हैयालाल लोढ़ा, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, १६६४ २४. जैनागम निर्देशिका- मुनि कन्हैयालाल 'कमल', आगम अनुयोग प्रकाशन, दिल्ली, १९६६

Page Navigation
1 ... 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422