Book Title: Kundakunda Shabda Kosh
Author(s): Udaychandra Jain
Publisher: Digambar Jain Sahitya Sanskriti Sanskaran Samiti
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
प्र.ब.
प्र.
प्र.ज.वृ.
प्र. ज्ञा.
प्र.चा.
प्रे.
बो.पा.
भवि.प्र. ए.
भवि.प्र.ब.
भवि.म.ए.
भवि.म.ब.
भवि. उ. ए.
भवि.उ.ब.
भू.
मो.पा.
यो.भ.
लि.पा.
व. प्र. ए.
व.प्र.ब.
व. म. ए.
व.म.ब.
www.kobatirth.org
IX,
प्रथमा बहुवचन
प्रवचनसार
प्रवचसार जयसेनवृत्ति
प्रवचनसार ज्ञानाधिकार
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
प्रवचनसार चारित्राधिकार
प्रेरणार्थक
बोधपाहुड
भविष्यत्काल प्रथमपुरुष एकवचन
भविष्यत्काल प्रथमपुरुष बहुवचन
भविष्यत्काल मध्यमपुरुष एकवचन
भविष्यत्काल मध्यमपुरुष बहुवचन
भविष्यत्काल उत्तमपुरुष एकवचन
भविष्यत्काल उत्तममपुरुष बहुवचन
भूतकाल
मोक्षपाहुड
योगिभक्ति
लिंगपाहुड
वर्तमानकाल प्रथमपुरुष एकवचन
वर्तमानकाल प्रथमपुरुष बहुवचन वर्तमानकाल मध्यमपुरुष एकवचन
वर्तमानकाल मध्यमपुरुष बहुवचन
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 368