Book Title: Jivvicharadiprakaransangrah Author(s): Jindattsuri Gyanbhandar Surat Publisher: Jindattsuri Gyanbhandar View full book textPage 7
________________ विषय पत्र. | विषय १० मे वीरा मत नरद पद छठा १२ निक्षेपाधिकार. भेद सातमा इत्यावि. १३ नयज्ञानकरणेका अधिकार. ११ एकखभाव अनेकस्वभाव भेदस्वभाव अभेद स्वभाव १४ प्रमाणका स्वरूपके साथ शानस्वरूपका ओलभध्यस्वभाव अभव्यस्वभाव वक्तव्य स्वभाव अव खाणा आवर्जिकरण इत्यादि. कन्यस्वभाव परमस्वभाव इत्यादिकका स्वरूप जूदा १५ दर्शनज्ञान चारित्ररूप मोक्षमार्ग निरूपण, जूदा जाणवा. ११८ । १६ स्वकुल प्रकाशन. SIRASKAUSMASHARAPage Navigation
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