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मानव मिलन प्रेरक पूज्य मुनि श्री मणिभद्रजी म० सा०
का
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की प्रेरणा से पंजाब जैन भ्रातृसभा, कानपुर ने इस पुस्तक के प्रकाशन हेतु १०,००० रुपये का
अनुदान दिया
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