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रुपियो मुख्य ऑफिसने तना सुकृत भंडार फंडमां आपवान ठराव्यु हतुं.
सं. १९९७मां पंदरमा निंगाळा अधिवेशने वळी पाछा केटलाक सुधारा बंधारणमां कर्या अने अंग्रेजी शब्दो वपराया होय त्यां तेने लगता गुजराती शब्दो मूकवानं ठराव्यु. कॉन्फरन्सनुं अधिवेशन दर वर्षने बदले ‘साधारण रीते' दर वर्षे थशे एवो सुधारो कर्यो. कार्यवाही समिति शब्द रद करी स्थायी समिति नाम आपवामां आव्यू अने छेल्ला अधिबेशनना प्रमुख तेना प्रमुख तरीके कार्य करशे एम ठराव्यु. पांच जनरल सेक्रेटरीओ---महामंत्रीओने बदले मुंबईमां रहीने काम करी शके तेवा बे मुख्य मंत्रीओनी निमणूक बेठक वखते करवामां आवशे एवो सुधारो कर्यो. बंधारणमां शिस्तभंगनी एक नवी कलम दाखल करवामां आवी अने जे कोई स्थायी समितिनो सभ्य कॉन्फरन्सना हितविरुद्ध वर्ते छे के प्रवृत्ति करे छे एम मानवाने स्थायी समितिने कारण मळशे ते व्यक्तिने तेना सभ्य तरीके ते रद करी शकशे तेम ज कोई प्रान्तिक के स्थायी समिति के कोई जैनसंस्था, सभा के मंडळ तेवी प्रवृत्ति करे छे एम मानवा स्थायी समितिने कारण मळो तो ते तेवी समितिने अमान्य करी शकशे अने तेवी संस्था, सभा के मंडळनो प्रतिनिधि मोकलवानो हक्क स्थायी समिति रद करी शकशे एम ठराव्यु.
मुंबईमां मळेला सोलमा अधिवेशने बंधारणमा योग्य सुधारावधारा करवा अने आगामी अधिवेशनमा बहाली माटे रजू करवा खास ठराव को हतो..
१८मा जूनागढ आधिवेशने कॉन्फरन्सना प्रमुखनी चूंटणी संबंधीनां धाराधोरणामां जूज फेरफार को हतो.
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