Book Title: Jain Shwetambar Conferenceno Itihas
Author(s): Nagkumar Makatai
Publisher: Sohanlal Madansinh Kothari
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कलकत्ता, सादडी अने शंत्रुजयना प्रश्न बाबत मळेला खास अधिवेशनना प्रमुख अनुक्रमे शेठ खेतसी खीयसी. जे. पी., लाला दोलतराम नहार अने बाबु बहादुरसिंहजी सिंघीने केम भूली शकाय ? जुन्नेर अधिवेशनना प्रमुख रावसाहेब रवजी सोजपाल, जे. पी., सोळमा मुंबई अधिवेशनना प्रमुख शेठ मेघजीभाई सोजपाल, निंगाळा अधिवेशनना प्रमुख शेठ छोटालाल त्रीकमलाल पारेख, ओगणीसमा अधिवेशनना प्रमुख शेठ अमृतलाल कालीदास दोशी, बी.ए., अने वीसमा अधिवेशनना प्रमुख शेठ मोहनलाल लल्लभाई शाहनी सेवाओ पण वीसरी शकाय तेवी नथी.
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सं. १९९० पछी कॉन्फरन्सनुं खराबे चढेलुं नाव खरा राह पर लाववानो यश तो शेठ कान्तिलाल ईश्वरलाल, जे. पी. ने फाळे जाय छे. तेमणे कॉन्फरन्सनी कटोकटीनी पळे केळवणी अने बेकारीनिवारणना प्रश्नो प्रत्ये समाजनुं ध्यान केन्द्रित करें एटलं ज नहि पण पोते उदार सखावतनी पहेल करी रचनात्मक रीते प्रश्नोनो उकेल करवानो मार्ग समाजने चींधी बताव्यो. तेना परिणामे अनेक स्थानिक समितिओ स्थळे स्थळे काम करती थई अने अतिजरूरी एवा लोकसंपर्कनो मार्ग मोकळा कर्यो. कॉन्फरन्सना सेक्रेटरी तरीके फालना अने जूनागढ अधिवेशनाना प्रमुख तरकि अने होदा सिवाय पण कॉन्फरन्सने आपली सतत दोवणी अने सहकार माटे तेमनी सेवाओं चिरस्मरणीय रहेशे.
छल्ला वर्षोमां कॉन्फरन्सना मुख्यमंत्री अने उपप्रमुख शेठ फूलचंद शामजी, तेमज बीजा मुख्यमंत्रीओ - श्री भाईचंद नगीनभाई झवेरी, श्री चंदुलाल वर्धमान शाह, श्री नाथालाल डी. परीख,
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