Book Title: Jain Shwetambar Conferenceno Itihas
Author(s): Nagkumar Makatai
Publisher: Sohanlal Madansinh Kothari
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प्रतापगढना शेठ लक्ष्मीचंद घीआ, कच्छमां अंजारना शेठ नाथाभाई लवजी, बरमारंगूनमा शेठ मनसुखभाई दोलतचंद, मोलमीनमा शेठ मनसुखलाल रतनचंद वहोरा अने मांडलेमां शा. जमनादास उमेदचंद जिल्ला सेक्रेटरीओ तरीके काम करता हता. आ उपरथी जणाशे के कॉन्फरन्सनो संदेशो हिंदुस्तानना खूणे खूणे अने परदेशमां ठेठ रंगून सुधी पहोंच्यो हतो अने त्यां पण तेनु कार्य अत्यंत व्यवस्थित रीते चालतुं हतुं. मुंबई खाते शेठ लल्लुभाई करमचंद दलाल, श्री अमरचंद पी. परमार, श्री उमेदचंद दोलतचंद बरोडीआ, श्री मनसुखलाल कीरतचंद महेता, श्री न्यालचंद लक्ष्मीचंद सोनी, बी.ए., एलएल.बी., वगेरे सक्रिय सेवाओ द्वारा कॉन्फरन्सन कार्य आगळ धपावी रह्या हता.
आठमा अधिवेशनना प्रमुख शेठ पन्नालाल जोहरी अने नवमा अधिवेशनना प्रमुख शेठ मोतीलाल मूलजी, जे. पी.नी सेवाओ भूली शकाय तेम नथी. शेठ मोतीलाल मूलजीए कॉन्फरन्सनी कटोकटीना समये कॉन्फरन्सना रेसिडेन्ट जनरल सेक्रेटरीनो होदो संभाळयो हतो. ज्यारे कॉन्फरन्सनी हस्ती भयमां आवी पडी हती अने कॉन्फरन्सना पाया हचमचवा लाग्या हता त्यारे शेठ मोहनलाल हेमचंद झवेरी, श्री मोतीचंद गिरधरलाल कापडीआ सोलिसिटर, साक्षरवर्य श्री मोहनलाल दलीचंद देसाई अने श्री मकनजी जूठाभाई महेता बॅरिस्टर अने शेठ देवकरण मूळजीए हिंमतपूर्वक आ नाजुक परिस्थितिनो सामनो करी शेठ कस्तुरभाई लालभाईना प्रमुखपणे कन्वेन्शन बोलावी कॉन्फरन्सनो डगमगतो पग स्थिर कर्यो हतो. शेठ कस्तुरभाई लालभाईए कॉन्फरन्सनी कटो
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