Book Title: Jain Shwetambar Conferenceno Itihas
Author(s): Nagkumar Makatai
Publisher: Sohanlal Madansinh Kothari

View full book text
Previous | Next

Page 204
________________ . कोई पण महान कार्य एकले हाथे थई शकतुं नथी. श्री ढट्ठाजीए जैन समाज उपर ठीक ठीक वर्चस्व भोगवनारा अमदावादना शेठियाओनो साथ मळ्यो. ____अमदावादनिवासी शेठ लालभाई दलपतभाईए श्री ढहाजी साथे कॉन्फरन्सना जनरल सेक्रेटरी तरीकेनो बोज उपाड्यो हतो अने गौरवपूर्वक वहन करी तेने मान, प्रतिष्ठा अने पैसा अपाव्या हता. ते उपरांत अमदावादना अन्य श्रेष्ठिओ-नगरशेठ चीमनभाई लालभाई, शेठ करमचंद प्रेमचंद, शेठ भगुभाई प्रेमचंद, भावनगर अधिवेशनना प्रमुख शेठ दलपतभाई भगुभाई, शेठ जेसंगभाई हठासींग, जनरल सेक्रेटरी शेठ चीमनलाल नगीनदास वगेरेए तेना विकासमां सुंदर फाळो आप्यो हतो.. फलोधी कॉन्फरन्सना प्रमुख जोधपुरना धर्मप्रेमी शेठ बखतावरमलजी महेता, मुंबईना जाणीता शाह सोदागर अने दानवीर शेठ प्रेमचंद रायचंदना सुपुत्र अने कॉन्फरन्सना जनरल सेक्रेटरी शेठ फकीरचंद प्रेमचंद जे. पी., झवेरी माणेकलाल घेलामाई, जैन संस्कृति अने तत्त्वज्ञानना प्रखर पुरस्कर्ता अने जैन धर्मप्रकाशना तंत्री शेठ कुंवरजी आणंदजी, ग्वालीअरना शेठ नथमल जी गोलेच्छा, पुनाना शेठ नानचंद भगवानदास, पुना अधिवेशनना प्रमुख इन्दोरना शेठ लक्ष्मीचंदजी सियाणी, लाहोरना शेठ जशवंतराय जैनी, कलकत्ताना झवेरी माताचद लाभचंद, जयपुरना शेठ सुजाणमल ललवाणी, अजमेरना शेठ हीराचंद. सचेती, उदयपुरना पुंजावत मगनलालजी, वगेरेए शरूआतना वर्षोमां कॉन्फरन्सने मजबूत बनाववा भारे जहेमत उठावी हती. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216