Book Title: Jain Maru Gurjar Kavi Aur Unki Rachnaye
Author(s): Agarchand Nahta, 
Publisher: Abhay Jain Granthalay

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Page 14
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra १४१ रत्नाकरमुनि १४२ अज्ञात 23 १४३ १४४ १४५ १४६ १४७ समरा १४८ राजलच्छी १४६ अज्ञात १५० कवियरण १५१ जयमूर्ति गरिण १५२ प्रज्ञात "" १५३ १५४ १५५ १५६ १५७ १५८ १५६ १६० १६१ शांति सूरि "" 93 22 11 17 17 "" 22 33 "1 १६२ मतिशेखर १६३ अज्ञात (केहरू ?) १६४ अज्ञात १६५ कल्यारण चन्द्र www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १७० श्री नेमिनाथ वीनति १७१ श्री गिरनार भास १७२ गिरनार वीनति १७३ श्री नेमिनाथ वीनति १७४ बारहव्रत चउपई १७५ सुगुरु समाचारी १७६ नेमि चरित रास १७७ शिव चूला गणिनी विज्ञप्ति १७८ कीर्तिरत्न सूरि फागु १७६ मातृका फाग १८० मातृका १८१ दीपक माई १८२ आत्म बोध मातृका १८३ शृंगार माई १८४ वैराग्य चउपइ १८५ सुभाषित दोहि १८६ योगी वाणी १८७ सोधति नगर शांतिनाथ स्तवन For Private and Personal Use Only १०५ १०५ १०६ १०६ १०७ १०७ १०८ १०६ १०६ ११० १११ ११२ ११२ ११३ ११३ ११४ ११४ ११४ १८८ जीराउलि वीनती ११५ १८६ विमल मंत्री रास ११६ ११६ १६० श्री अर्बुदाचल हीयाली सोलहवीं शताब्दी ११६ १६१ बावनी ११७ १६२ जिनभद्र पट्टे जिन चन्द्र सूरि गीत ११७ १६३ रयरणावली ११८ १९४ कीर्तितरत्न सूरि वीवाहलउ १.१६ १.३

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