Book Title: Jain Maru Gurjar Kavi Aur Unki Rachnaye
Author(s): Agarchand Nahta, 
Publisher: Abhay Jain Granthalay

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ७३ ७४ ७६ ७७ ७८ १० " ११८ आबू चैत्य परिपाटी १०२ जयतिलक सूरि शिष्य ११६ श्री नेमिनाथ रास १२० सोपारा विनती १२१ आदिनाथ विवाहलउ १०३ अज्ञात १२२ मेरु तुग सूरीश्वर रास १२३ नागपुरीय गच्छ सुगुरु फाग १०५ उ.मुनि रत्न गणि शि. १२४ तपागच्छ गुरु नामावली १०६ अज्ञात १२५ श्री रत्नसागर सूरि भास १०७ " १२६ सुहगुरु चउपई १२७ श्री गुरु गीतम् १२८ तपागुरावली ११० वच्छ भण्डारी . १२६ आदिनाथ घनल १११ जिनवर्द्धन सूरि १३० पूर्व देश तीर्थमाला ११२ अज्ञात १३१ वर. गुरुवावली ११३ सिद्धसूरि १३२ पाटण चैत्य परिपाटी ११४ ख.जिनभद्रसूरि शि. १३३ खरतरगुरु गुण छप्पय ११५ देवदत्त ख. १३४ जिनभद्र सूरि धूवड़ ११६ मरदूदास १३५ जिनभद्रसूरि गीतम् ११७ जिनभद्रसूरि शिष्य १३६ श्री जिनभद्रसूरि गीतम् १३७ श्री जिनभद्रसूरि अष्टक ११८ धनराज १३८ मंगल कलश विवाहलु १३६ ११६ अज्ञात १४० नगरकोट चैत्य परिपाटी १२० सोमसुन्दरसूरि शि. १४१ देव द्रव्य परिहार चौपाई १२१ प्रज्ञात १४२ मृगा पुत्र कुलक १२ जयशेखरसूरि शि. १४३ उपधान सन्धि ८७ For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 170